|| Chandigarh Parvarish Yojana | चंडीगढ़ कोविड-19 परवरिश योजना | Online Registration & Application Form || चंडीगढ़ सरकार दवारा Covid-19 के चलते अनाथ हुए बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए परवरिश योजना को लागु किया गया है| इस योजना के माध्यम से जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को कोविड महामारी के चलते खो दिया है, उन बच्चों को सरकार दवारा सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि इन बच्चों के जीवन स्तर को वेहतर वनाया जा सके| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – चंडीगढ़ परवरिश योजना के वारे मे|
Chandigarh Parvarish Yojana
चंडीगढ़ सरकार ने Covid-19 से अनाथ हुए बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए परवरिश योजना को शुरू किया है| इस योजना के अंतर्गत कोविड महामारी से अनाथ हुए बच्चों को शिक्षा, चिकित्सा सुविधा से लेकर भरण पोषण तक की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही सरकार द्वारा प्रत्येक बच्चे के नाम पर 3 लाख रुपए की FD भी की जाएगी, जिसका लाभ उन्हें 21 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद मिलेगा| इसके अलावा जिन बच्चों के पास रहने के लिए जगह नहीं है उन्हें विभिन्न संस्थाओं में रहने के लिए भर्ती भी करवाया जाएगा| इस योजना मे बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा एवं पालन पोषण में आने वाले सभी खर्च सरकार दवारा उठाए जाएंगे| Parvarish Yojana के लिए आवेदन ऑनलाइन मोड के जरिए स्वीकार किए जाएंगे|
परवरिश योजना के अंतर्गत अब तक 270 अनाथ बच्चे हुए हैं वेरीफाई
Parvarish Yojana के माध्यम से COVID-19 के दौरान अनाथ हुए 270 बच्चे वेरीफाई हुए हैं। इन बच्चों को योजना का लाभ देने के लिए विभाग द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया है| आपको वता दें कि इन बच्चों में 12 बच्चे अनाथ हैं और 154 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता या पिता में से किसी एक की COVID वायरस के चलते मृत्यु हो चुकी है। ऐसे बच्चों की पहचान करके चंडीगढ़ परवरिश योजना के तहत उन्हे हर महीने 2500 रुपए से लेकर 5000/- रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। चंडीगढ़ प्रशासन के सोशल वेलफेयर विभाग द्वारा 154 बच्चों को 53 लाख रुपए की राशि जारी कर दी गई है। इसके अलावा डिप्लोमा और डिग्री की पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए भी सरकार दवारा धनराशि जारी की जाएगी ताकि उन्हे पढाई करते समय आर्थिक तंगी का सामना न करना पडे|
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | चंडीगढ़ परवरिश योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | चंडीगढ़ सरकार दवारा |
संबंधित विभाग | समाज कल्याण विभाग चंडीगढ़ |
लाभार्थी | कोविड महामारी से अनाथ हुए बच्चे |
प्रदान की जाने वाली सहायता | अनाथ हुए बच्चों को सरकार दवारा सहायता प्रदान करना| |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफ़लाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | chdsw.gov.in |
परवरिश योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य कोविड महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उन्हे सरकार दवारा अन्य कई तरह की सुविधाएं प्रदान करना है|
चंडीगढ़ परवरिश योजना मे शामिल बच्चों की कैटेगरी
इस योजना के अंतर्गत अनाथ हुए बच्चों को 04 श्रेणियों मे बांटा गया है| जिसके आधार पर ही पात्र लाभार्थीयों को सहायता प्रदान की जाएगी|
- कोविड पॉजिटिव बच्चे
- पात्रता मानदंड – यह योजना यूटी चंडीगढ़ के निवासियों के लिए केवल निवास प्रमाण के रूप में माता-पिता के आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस/वोटर आईडी/बिजली बिल आदि जमा करने के अधीन होगी। 18 साल से कम उम्र के बच्चे आवेदन हेतु पात्र होंगे। यदि की बच्चे के पास आयु प्रमाण पत्र नहीं है उस बच्चे की आयु का निर्धारण आयु किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत तय किये गए प्रावधानों के हिसाब से किया जाएगा। किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 2(14) के अनुसार बच्चे को “देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे” की श्रेणी में आना चाहिए।
- वित्तीय लाभ– इस योजना की अधिसूचना के पूर्व के मामलो पर विचार नहीं किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों को 3 महीने के पोषण के लिए 2500 रूपये प्रदान किये जाएंगे।
- कोविडअनाथ बच्चे जो अभिभावको/विस्तारित परिवारों के साथ रह रहे है।
- पात्रता मानदंड – उम्मीदवार बच्चों की उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए। बच्चों के माता-पिता दोनों की मृत्यु का कारण कोविड-19 होना चाहिए। निवास प्रमाण के रूप में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के निवासियों को माता-पिता के आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
- वित्तीय लाभ – इस योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति और पोषण सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए 5000 रूपये प्रदान किये जाएंगे। अगर बच्चा 18 साल का हो गया है और फिर भी वह बेरोजगार है तो ऐसी स्थिति में उनकी आयु को 21 वर्ष तक बढ़ाया जाएगा।
- शैक्षिक लाभ – किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से एक वर्ष का डिप्लोमा करने के लिए अनाथ बच्चों को 25000 रूपये तक प्रदान किये जाएंगे। लाभार्थी बच्चों को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। किसी भी मान्तया प्राप्त संस्थान से 3 वर्षीय स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के लिए बच्चो को 50000 रूपये तक प्रदान किये जाएंगे। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से व्यवसायिक डिग्री प्राप्त करने के लिए युवाओं को 1 लाख रूपये प्रदान किये जाएंगे।
- वे बच्चे जिन्होंने COVID से एक माता–पिता को खो दिया है और जीवित माता–पिता/विस्तारित परिवार के साथ रह रहे हैं।
- पात्रता मानदंड – जिन परिवारों की वार्षिक आय 5 लाख रूपये से कम है। बच्चों के माता- पिता की मृत्यु का कारण कोविड-19 होना चाहिए। चंडीगढ़ के निवासी के प्रमाण के रूप में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि उम्मीदवार के पास होना चाहिए।
- वित्तीय लाभ – इस योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति और पोषण सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए 5000 रूपये प्रदान किये जाएंगे। अगर बच्चा 18 साल का हो गया है और फिर भी वह बेरोजगार है तो ऐसी स्थिति में उनकी आयु को 21 वर्ष तक बढ़ाया जाएगा।
- शैक्षिक लाभ –लाभार्थी बच्चों को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल में निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से एक वर्ष का डिप्लोमा करने के लिए अनाथ बच्चों को 25000 रूपये तक प्रदान किये जाएंगे। किसी भी मान्तया प्राप्त संस्थान से 3 वर्षीय स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के लिए बच्चो को 50000 रूपये तक प्रदान किये जाएंगे। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से व्यवसायिक डिग्री प्राप्त करने के लिए युवाओं को 1 लाख रूपये प्रदान किये जाएंगे।
- कोविड-19के दौरान बच्चों ने अपने माता पिता दोनों खो दिया है और अब विस्तारित या अभिभावकों (रिश्तेदारों) के पास रह रहे हैं।
- पात्रता– 18 वर्ष से कम की होनी चाहिए। बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र होना चाहिए। माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण के कारण हुई।।
- वित्तीय लाभ – इस योजना के पात्र बच्चों को उनकी आवश्यकताओं की एवं पोषण संबंधी जरूरतों पूरा करने के लिए ₹ 5000 प्रदान किए जाएंगे। यदि बच्चा 18 साल का गया है और वह बेरोजगार है तो स्थिति में उनकी आयु 21 वर्ष तक बढ़ाया जाएगा। यानी ₹ 5000 की वित्तीय का लाभ 21 वर्ष की आयु तक दिया।।
- शैक्षिक लाभ– बच्चे को शासित प्रदेश चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से 1 वर्ष का डिप्लोमा के लिए पात्र बच्चे को ₹ 25000 दिए जाएंगे। किसी भी प्राप्त संस्थान से 3 वर्षीय स्नातक डिग्री प्राप्त के लिए बच्चों को ₹ 50000 तक दिए जाएंगे।। मान्यता प्राप्त से व्यवसायिक डिग्री प्राप्त करने के लिए ₹ 100000 तक दिए जाएंगे।
चंडीगढ़ परवरिश योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को चंडीगढ़ का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- वही बच्चे इस योजना के तहत आवेदन कर सकेंगे, जिनके माता-पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु कोरोना वायरस के कारण हुई है|
- गरीब परिवारों से संबंध रखने वाले (BPL कार्ड धारक) बच्चे योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे|
- उन बच्चों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा जो खुद कोरोनावायरस के शिकार है या एड्स व कुष्ठ बीमारी से ग्रस्त हैं|
- एड्स व कुष्ठ रोग के चलते 40% तक की विकलांगता के शिकार माता पिता के बच्चे भी इस योजना का लाभ ले सकेंगे|
- बेसहारा/अनाथ बच्चे जो अपने रिश्तेदारों के पास रह रहे हैं, वे भी इस योजना के तहत कवर किए जाएंगे|
आवश्यक दस्तावेज
- बच्चे का आधार कार्ड
- माता- पिताकी मृत्यु का प्रमाण पत्र (COVID-19)
- स्थायी प्रमाण पत्र
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड (BPL)
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
चंडीगढ़ परवरिश योजना के लाभ
- परवरिश योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा जो कोविड-19 के कारण अनाथ हो गए हैं।
- योजना के अंतर्गत अनाथ बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा और पालन-पोषण से संबंधित सभी खर्चों को प्रशासन के सामाजिक कार्यालय विभाग द्वारा वहन किया जाएगा।
- इस योजना के तहत सरकार द्वारा पात्र बच्चों के नाम से ₹300000 की सावधि जमा FD भी कराई जाएगी। जो उन्हें 21 साल की उम्र पूरी करने के बाद दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत पात्र अनाथ बच्चों को सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
- इसके अलावा 18 साल की उम्र के बाद डिप्लोमा कोर्स या ग्रेजुएशन या प्रोफेशनल डिग्री करने के बाद उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी।
- इस योजना का लाभ पाने के लिए बच्चों की आयु 6 वर्ष से 18 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- छत्तीसगढ़ परिवार योजना लिए लाभार्थी आधिकारिक वेबसाइट के जरिए आवेदन कर सकते हैं|
- इच्छुक आवेदक इस योजना के तहत अपने नजदीकी आंगनबाडी केंद्र या CDPO कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
- यह योजना राज्य के कोविड-19 के कारण अनाथ हुए बच्चों के पालन-पोषण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है|
परवरिश योजना की मुख्य विशेषताऐं
- कोविड 19 से अनाथ बच्चों को सरकार दवारा सहायता प्रदान करना
- अनाथ बच्चों के जीवन स्तर को वेहतर वनाने का प्रयास करना
- पात्र लाभार्थीयों को आत्म-निर्भर व सशकत वनाना|
चंडीगढ़ परवरिश योजना के लिए कैसे करे आवेदन
- सवसे पहले पात्र लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको लाभार्थी कार्नर में आवेदन फॉर्म के लिंक पर क्लिक करना है।
- अब आपके सामने PDF Format में आवेदन फॉर्म खुलकर आएगा।
- उसके बाद आपको इस फ़ॉर्म को डाउनलोड करके उसका प्रिंट आउट लेना है|
- प्रिन्ट आउट लेने के बाद आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को दर्ज करना है| फिर आपको जरूरी दस्तावेजों को फॉर्म के साथ अटैच करना होगा|
- इस प्रक्रिया के बाद आपको यह आवेदन फॉर्म अपने नजदीकी आंगनबाड़ी में जाकर जमा करवा देना है। आप इस फॉर्म को CDPO कार्यालय में भी जमा करवा सकते हैं|
- इस तरह आपके दवारा चंडीगढ़ परवरिश योजना के तहत सफलतापूर्वक आवेदन कर दिया जाएगा|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|
Last Updated on October 7, 2022 by Abinash