निपुण भारत योजना | कार्यान्वयन प्रक्रिया | NIPUN Bharat Scheme Guidelines PDF Download
|| Nipun Bharat Scheme | निपुण भारत योजना | NIPUN Bharat Programme | निपुण भारत कार्यान्वयन प्रक्रिया | NIPUN Bharat Scheme Guidelines PDF Download || केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक द्वारा समझ के साथ पढ़ने तथा संख्या गणना में निपुणता के लिए निपुण भारत योजना को लॉन्च किया गया है। जिसके जरिए देश का प्रत्येक बच्चा 2026-27 तक ग्रेड 3 के अंत तक मूलभूत साक्षरता और संख्यागणना कौशल आवश्यक रूप से प्राप्त कर सकेगा। इससे बच्चों को स्कूली शिक्षा के मूलभूत वर्षों में पहुंच प्रदान करने, उन्हें स्कूल में बनाए रखने; शिक्षक क्षमता निर्माण; उच्च गुणवत्ता, विविध छात्र व शिक्षक संसाधन/लर्निंग सामग्री का विकास; और सीखने के परिणामों को प्राप्त करने में प्रत्येक बच्चे को प्रगति की ओर लाया जाएगा। कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ, कैसे होगा बच्चो का शैक्षिक विकास और इस योजना की गाइडलांइस को कैसे डाउनलोड किया जाएगा। ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – निपुण भारत योजना 2023 के वारे मे।
Nipun Bharat Yojana
शिक्षा मंत्रालय दवारा देश के छात्रो के भविष्य को संवारने और उनके विकास के लिए निपुण भारत योजना को शुरु किया गया है। जिसके अंतर्गत आधारभूत साक्षरता एवं संख्यामक्त के ज्ञान को छात्रों के अंतर्गत विकसित किया जाएगा और बच्चे संख्या, माप और आकार के क्षेत्र के तर्क को भी समझ पाएंगे। सन 2026-27 तक तीसरी कक्षा के अंत तक छात्रो को पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्राप्त होगी। जिससे देश के छात्रो का शैक्षिक विकास होगा और उनकी मानसिक एवं शारीरिक क्षमता भी वढेगी। योजना का संचालन NIPUN Bharat शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा। इस योजना को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शुरु किया गया है।
निपुण भारत योजना का कार्यान्वयन
योजना का कार्यान्वयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा। यह NIPUN Bharat स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा है, जो योजना के कार्यान्वयन के लिए सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 5 स्त्रीय तंत्र स्थापित करती है । यह 5 स्तरीय तंत्र राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लाक-स्कूल स्तर पर संचालित किए जाएगें। इसके अलावा समग्र शिक्षा के अंतर्गत राज्य को वित्तीय एवं तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी। योजना का शुभारंभ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए किया गया है। NIPUN योजना का पूरा नाम नेशनल Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy है। इस योजना के माध्यम से सक्षम वातावरण का निर्माण होगा।
योजना का लक्ष्य व निगरानी
2026-27 तक निपुण भारत योजना के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य स्तर पर अलग-अलग लक्ष्य को निर्धारित किया जाएगा। इन सभी लक्ष्यों की प्रगति पर नोडल विभाग द्वारा नजर रखी जाएगी। राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजनाएं भी बनाई जाएंगी। ताकि सन 2026-27 तक मूलभूत साक्षरता एवं संख्यामक्त का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर एवं जिला स्तर पर आईटी आधारित संसाधनों के माध्यम से इस योजना की गतिविधियों की निगरानी व बच्चों की निगरानी भी शामिल होगी। योजना के अंतर्गत प्रस्तावित निगरानी ढांचे को दो प्रकार में विभाजित किया जाएगा। वार्षिक निगरानी सर्वेक्षण और समवर्ती निगरानी ।
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | निपुण भारत योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत सरकार दवारा |
लाभार्थी | देश के बच्चे |
प्रदान की जाने वाली सहायता | बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्या की गणना करने का कौशल प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | www.education.gov.in |
महत्वपूर्ण तथ्य (आधारभूत साक्षरता तथा संख्यामकता)
आधारभूत साक्षरता तथा संख्यामकता उस कौशल तथा रणनीति को कहा जाता है, जिसके माध्यम से छात्र पढ़ने-लिखने, बोलने और व्याख्या करने में सक्षम होते हैं। आधारभूत साक्षरता भविष्य में शिक्षा प्राप्त करने का मूल आधार है। जो कक्षा 03 तक बुनियादी साक्षरता एवं संख्यामक्त कौशल प्राप्त करने में मदद करती है और उन्हें आने वाली कक्षाओं के पाठ्यक्रम को पढ़ने में आसानी होती है। इस योजना से आने वाले समय में छात्रो को शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी बाधा का सामना नहीं करना पडेगा।
आधारभूत साक्षरता तथा संख्यामकता के प्रकार
- मूलभूत भाषा एवं साक्षरता
- मौखिक भाषा का विकास
- धवनियात्मक जागरूकता
- डिकोडिंग
- शब्दावली
- रीडिंग कंप्रीहेंशन
- पठन प्रवाह
- प्रिंट के बारे में अवधारणा
- लेखन
- कल्चर ऑफ रीडिंग
- मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
- पूर्व संख्या अवधारणाएं
- नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
- गणितीय तकनीकें
- मापन
- आकार एवं स्थानिक समाज
- पैटर्न
आधारभूत साक्षरता तथा संख्यामकता के सुधार के लिए शैक्षणिक दृष्टिकोण
- स्कूल मॉड्यूल:
स्कूली शिक्षा छात्रो की गुणवत्ता व समानता सुनिश्चित करने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जिसमे स्कूल से ग्रहण की गई शिक्षा छात्र का मानसिक व शैक्षिक किकास करती है। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के अंतर्गत 3 माह का स्कूल प्रिपरेशन मॉड्यूल रखा गया है। जिसके माध्यम से बच्चो को प्री स्कूल शिक्षा प्राप्त करने मे मदद मिलेगी और छात्र स्कूल जाने के लिए भी अपने आप को तैयार कर सकेगें।
- सीखने का आकलन:
छात्रो द्वारा शिक्षा के माध्यम से कई प्रकार की नई चीजें सीखी जाती हैं। जिससे कि बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है। इस विकास का मूल्यांकन करके उसका आकलन किया जाता है। जिससे कि छात्र की सफलता को ट्रैक करने मे मदद मिलती है। आकलन करने के लिए विभिन्न प्रकार की तकनीकों का इस्तेमाल होता है। जिससे कि छात्र की रुची के वारे मे पहचान की जाती है। इसके अलावा बच्चों के प्रदर्शन का आकलन करके उनको हस्तक्षेप के माध्यम से भी तैयार किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चों को सीखने में कही कठिनाई तो नही आ रही है, अगर सीखने में कही कठिनाई आती है तो उसका समाधान किया जाता है।
- छात्र के सीखने पर ध्यान:-
देश में कई छात्र ऐसे हैं जो पहली पीढ़ी के हैं। ऐसे छात्रों के लिए शिक्षा प्राप्त करना कठिन होता है। क्योंकि वे घर पर शिक्षा का वातावरण नहीं प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे मे शिक्षकों को छात्रों पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उसके लिए छात्रो के लिए कई पहलुओं को अमल मे लाने और सीखने की कला पर विशेष ध्यान दिया जाता है। जिसमे शिक्षको द्वारा शिक्षा प्रदान करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना आवश्यक है, जैसे कि –
- लड़के एवं लड़कियों से सम्मान एवं उचित अपेक्षाएं प्रदर्शित करना।
- लिंगभेद से मुक्त पुस्तके, चित्र, पोस्टर, खिलौने आदि का चयन करना।
- शिक्षकों द्वारा कक्षा में बात करते समय लिंग पक्षपाती कथनों का प्रयास ना करना।
- ऐसी कहानियां एवं कविताओं का चयन करना जिसमें लड़की एवं लड़कों को सामान्य भूमिकाओं में पेश किया जा सके।
- शिक्षार्थियों को अपनी रुचि का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना।
निपुण योजना के अंतर्गत प्रमुख क्षेत्र
- स्कूली शिक्षा
- शिक्षक क्षमता निर्माण
- उच्च गुणवत्ता, विविध छात्र और शिक्षक संसाधनों/शिक्षण सामग्री का विकास
- शिक्षा के प्रति बच्चों की प्रगति पर नजर रखना आदि

निपुण भारत योजना के भाग
निपुण भारत योजना को सरकार द्वारा 17 भागों में विभाजित किया गया है। जो इस प्रकार है –
- परिचय
- मूलभूत भाषा और साक्षरता को समझना
- मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
- योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
- शिक्षा और सीखना: बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान
- लर्निंग एसेसमेंट
- शिक्षण -अधिगम प्रक्रिया: शिक्षक की भूमिका
- स्कूल की तैयारी
- राष्ट्रीय मिशन: पहलू एवं दृष्टिकोण
- मिशन की सामरिक योजना
- मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहीको की भूमिका
- SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
- दीक्षा/NDEAR: का लाभ उठाना: डिजिटल संसाधनों का भंडार
- माता पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
- निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
- मिशन की स्थिरता
- अनुसंधान, मूल्यांकन एवं दस्तावेजी करण की आवश्यकता
निपुण भारत योजना के हितधारक
- राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश
- नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन
- केंद्रीय विद्यालय संगठन
- स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
- डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर एवं ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर
- ब्लॉक रिसोर्स सेंटर तथा क्लस्टर रिसोर्स सेंटर
- हेड टीचर
- Non-government ऑर्गेनाइजेशन
- सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशंस
- स्कूल मैनेजमेंट कमिटी
- वॉलिंटियर
- कम्युनिटी एवं पेरेंट्स
- प्राइवेट स्कूल
यह योजना क्यों शुरू की गई
भारतीय स्कूलों में मूलभूत शिक्षा के लिए स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने वाले अधिकांश भारतीय छात्र बुनियादी अंकगणित को पढ़, समझ नहीं पाते हैं।
- 4 से 8 आयु वर्ग के 25% स्कूल जाने वाले बच्चों के पास आयु-उपयुक्त संज्ञानात्मक (cognitive) और संख्यात्मक कौशल (numeracy skills) नहीं है। इस प्रकार, प्रारंभिक चरण में सीखने की भारी कमी है।
- 6 साल से कम उम्र के 4% बच्चे कम से कम अक्षरों को पहचानने में सक्षम हैं, जिनमे से 6% जमा कर सकते हैं।
- कक्षा II के 8% बच्चे ही अपने से नीचे की कक्षाओं का पाठ पढ़ सकते हैं।
- कक्षा III के 8% छात्र अपने से दो स्तर नीचे के छात्रों के लिए बने पाठ पढ़ सकते हैं।
इस प्रकार, इस मुद्दे से निपटने के लिए यह पहल शुरू की गई है, ताकि छात्रो को पढने-लिखने मे निपुण वनाया जा सके। यह योजना नई शिक्षा नीति के अनुरूप है, जो छात्रो को आगे वढने के लिए प्रेरित करती है।
योजना का मुख्य उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश का प्रत्येक बच्चा 2026-27 तक ग्रेड-3 के अंत तक कम से कम मूलभूत साक्षरता और संख्या की गणना करने का कौशल प्राप्त कर सके।
निपुण भारत योजना के लाभ
- प्राथमिक कौशल बच्चों को कक्षा में रखने में सक्षम बनाते हैं जिससे बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों को कम किया जा सकता है और प्राथमिक से उच्च प्राथमिक व माध्यमिक चरणों में पढ़ाई छोड़ने की दर में कमी आती है।
- इस योजना से सीखने के अनुकूल माहौल से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- खिलौना आधारित और अनुभवात्मक सीखने के रूप में अभिनव अध्यापन कला कक्षा कार्य में इस्तेमाल की जाएगी जिससे सीखना एक खुशहाल और आकर्षक गतिविधि रहेगी।
- शिक्षकों की सघन क्षमता निर्माण से बच्चो को सशक्त बनाया जाएगा ।
- शारीरिक और सामाजिक-भावनात्मक विकास, साक्षरता और संख्यात्मक विकास, संज्ञानात्मक विकास, जीवन कौशल आदि जैसे परस्पर संबंधित और परस्पर निर्भर विकास के विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करके बच्चे का समग्र विकास प्रगति कार्ड में परिलक्षित होगा।
- बच्चे तेजी से सीखने की गति हासिल करेंगे जिसका बाद जीवन के परिणामों और रोजगार पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा।
- हर बच्चा प्रारंभिक ग्रेड में शामिल होगा, इसलिए उस स्तर पर ध्यान देने से सामाजिक-आर्थिक अलाभकारी समूह को भी लाभ होगा जिससे समान और समावेशी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित की जा सकेगी।
Nipun Bharat Scheme की मुख्य विशेषताएं
- 3 से 9 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
- बच्चो को राइटिंग, रीडिंग और कंटेंट सीखने मे मदद मिलेगी।
- साक्षरता एवं संख्यामक्त के ज्ञान को छात्रों के अंतर्गत विकसित किया जाएगा।
- शिक्षकों को बुनियादी भाषा के विकास के लिए हर बच्चे की साक्षरता और संख्यात्मक कौशल पर ध्यान दिया जाएगा।
- शिक्षकों की सघन क्षमता निर्माण से छात्रो को सशक्त बनाया जाएगा।
- बच्चे तेजी से सीखने की गति हासिल करेगें।
- सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय-राज्य-जिला-ब्लॉक-स्कूल स्तर पर पांच स्तरीय कार्यान्वयन तंत्र स्थापित किया जाएगा।
- बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर किया जाएगा।
- सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाएगा।
निपुण भारत के व्यापक दिशा-निर्देश
शिक्षा मंत्री ने निपुण भारत कार्यक्रम के संबंध में बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 में यह निर्धारित है कि सभी बच्चों के लिए मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करना तात्कालिक राष्ट्रीय मिशन बनना होगा। इसके लिए विभाग दवारा निपुण भारत के तहत एक व्यापक दिशा-निर्देश को विकसित किया गया है। जिसे लचीला और सहयोगी बनाने के लिए भागीदारों, विशेषज्ञों के साथ श्रृंखला रूप में गहन परामर्श लिया जाएगा। ताकि देश के छात्रो का भविष्य उज्जवल हो और पढाई के लिए उनकी रुची वनी रहे।
निपुण भारत योजना गाइडलाइंस कैसे डाउनलोड करें
- सवसे पहले लाभार्थी को अधिकारिक वेब्साइट पे जाना होगा।
- अब आपको ” Guideline for “National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy (NIPUN BHARAT)” वाले लिंक पे किल्क करना होगा।
- उसके बाद आपके सामने PDF मे पेज ऑप्न होगा।
- इस पेज मे आप योजना के संवध मे गाइडलाइंस देख सकते हो।
- अब आपको इसे डाउनलोड करने के लिए डाउनलोड वाले विकल्प पे किल्क करना होगा।
- इस तरह आपके दवारा निपुण भारत योजना गाइडलाइंस को सफलतापूर्वक डाउनलोड कर दिया जाएगा।
Important Download
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरुर करें।
Last Updated on January 27, 2023 by Abinash