एक देश एक उर्वरक योजना 2022 | ONOF Scheme : आवेदन प्रोसेस | पात्रता व उद्देश्य
|| One Nation One Fertilizer Yojana | एक देश–एक फर्टिलाइजर योजना | ONOF Yojana | वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना | Application Process || भारत सरकार दवारा देश के किसानों को आत्म-निर्भर व सशकत वनाने के लिए एक देश एक उर्वरक योजना को लागु किया गया है| जिसके माध्यम से सभी कंपनियों के खाद-उर्वरक एक ही दाम पर बेचे जा सकेंगे| जिससे किसानों को खाद-उर्वरकों की खरीद पर सब्सिडी लेने में आसानी होगी| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – एक देश एक उर्वरक योजना के वारे मे|
One Nation One Fertilizer Yojana
एक देश एक उर्वरक योजना को भारत सरकार दवारा देश के किसानों के कल्याण के लिए शुरू किया गया है| इस योजना के अंतर्गत यूरिया, DI Ammonium Phosphate (DAP), Murret of Ootash Phosphate (MOP), NPK “भारत” ब्रांड के नाम जैसे- भारत यूरिया, भारत DAP, भारत MOP और भारत NPK के नाम से बाजार में बेचे जाएंगे। इस काम के लिये केंद्रीय केमिकल और फर्टिलाइजर मंत्रालय दवारा सभी फर्टिलाइजर कारखानों, स्टेट ट्रेडिंग कंपनियों और फर्टिलाइजर की विपणन कंपनियों को निर्देश जारी कर दिये हैं, कि वह केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी देने वाले सभी उर्वरक की बोरियों पर सिंगल ब्रांड नाम एवं प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना का ही लोगो लगाए। जिससे किसानों को फ़र्टिलाइज़र की बोरियों पर भारत ब्रांड का लोगो होने से यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह खाद केंद्रीय सब्सिडी वाली खाद है| इस सुविधा से किसान ब्रांड के चक्कर में नहीं पड़ेंगे। मतलव किसानों को अब एक जैसी फर्टिलाइजर खाद प्राप्त होगी| इससे एक ब्रांड और दूसरी ब्रांड के बीच की असमानता को खत्म करने मे भी मदद मिलेगी|
ONOF योजना का अवलोकन
योजना का नाम | एक देश एक उर्वरक योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत सरकार दवारा |
लाभार्थी | देश के किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | उर्वरक खाद को बाजार में ब्रांड भारत ब्रांड के नाम से बेचना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफ़लाइन |
वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा सब्सिडी देने वाले उर्वरक वं खाद को कम कीमत पर भारत ब्रांड के नाम से उपलब्ध करवाना है।
योजना के जरिए किसानों को कम कीमत पर मिल सकेगा खाद एवं उर्वरक
रसायन एवं उर्वरक मंत्री मांडविया जी दवारा बताया गया है कि केंद्र सरकार किसानों को यूरिया के खुदरा मूल्य के 80% की सब्सिडी देती है। इसी प्रकार DAP की कीमत पर 65%, MPK की कीमत पर 55%, और Potash की कीमत पर 31% सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा उर्वरकों की ढुलाई पर सरकार दवारा वार्षिक 6000-9000 करोड़ रुपए का खर्च आता है। ऐसे मे कई कंपनियां अलग-अलग नाम से उर्वरक बेचती है। इन्हें एक से दूसरे राज्य में भेजने पर ना सिर्फ ढुलाई की लागत बढती है, बल्कि किसानों को सही समय पर उर्वरक एवं खाद उपलब्ध कराने में भी समस्या आती है।
इसी समस्या को देखते हुए अब केंद्र सरकार एक देश एक उर्वरक द्वारा सब्सिडी देने वाले उर्वरक एक ही ब्रांड के नाम से बाजार में उतारेगी। यह ब्रांड “भारत ब्रांड”(Bharat Fertilizer) है। जिससे सब्सिडी वाले उर्वरक-खाद की बढ़ती हुई कीमतों, कालाबाजारी एवं धंधाली पर रोक लगने मे मदद मिलेगी, जिससे किसानों को सही समय पर कम कीमत पर खाद एवं उर्वरक मिल सकेगा।
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना
ONOF के तहत नए डिजाइन के आएंगे उर्वरक बैग
- भारत के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की ओर से हाल ही मे अधिसूचना जारी की गई है, कि इस योजना के तहत नए उर्वरक बैग 2 अक्टूबर से प्रचलन में आ जाएंगे।
- उर्वरकों की नई बोरी पर एक साइड के दो तिहाई हिस्से पर भारत ब्रांड के साथ-साथ प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना की छपाई मिलेगी|
- खाद-उर्वरक उत्पादक कंपनियां बोरी के शेष स्थान पर अपनी कंपनी का नाम, लोगो, पता और अन्य वैधानिक जानकारी सहित निर्माता के बारे में सूचना छापेगी|
- इसके अलावा, सरकार ने उर्वरकों की पुरानी बोरियों की खपत के लिये 31 दिसंबर 2022 तक का समय दिया है, ताकि पुराने उर्वरक की बोरियों पर निर्मात कंपनियों को कोई नुकसान ना हो|
- सरकारी निर्देशों के मुकाबिक 19 दिसंबर के बाद पुरानी पैकिंग में खाद-उर्वरकों की खरीद-बिक्री पर भी रोक लगेगी|
एक देश एक उर्वरक योजना के लाभ
- खाद-उर्वरक की बोरियों पर नये डिजाइन की छपाई के बाद उत्पादों की काला-बाजारी और धांधली पर रोक लगेगी| यदि कोई उर्वरकों की खरीद-बिक्री में गड़बड़ी या चोरी करता है तो उसके लिये दंड का प्रावधन भी होगा|
- सरकार के इस कदम से किसानों को खाद-उर्वरकों की खरीद पर सब्सिडी लेने में आसानी होगी|
- किसानों को कम कीमत पर खेती के लिए खाद व उर्वरक आसानी से प्राप्त हो सकेंगे।
- चोरी और काला बाजारी के कारण खाद-उर्वरकों की खरीद में आने वाली समस्याओं और किल्लत का सामना अब किसानों को नहीं करना पडेगा|
- सभी कंपनियों के खाद-उर्वरक एक ही दाम पर बेचे जायेंगे, जिससे किसानों को इनकी खरीद में आर्थिक तंगी का सामना नही करना पडेगा|
एक देश–एक फर्टिलाइजर योजना की मुख्य विशेषताऐं
- किसानों को रबी सीजन से सरकारी सब्सिडी की खाद आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।
- खाद की कालाबाजारी और चोरी पर रोक लगेगी जिससे किसान को समय पर खाद मिल सकेगी|
- सभी जगह खाद का एक रेट निर्धारित होगा।
- किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध करवाई जाएगी|
- किसानों की आय मे वढोतरी होगी|
- इस योजना से किसान आत्म-निर्भर व सशकत वनेगे|
एक देश एक उर्वरक योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को देश का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- लाभार्थी किसान होना चाहिए|
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- जमीनी दस्तावेज
- मोबाइल नम्वर
एक देश एक उर्वरक योजना के लिए कैसे करे आवेदन
जो आवेदक योजना के अंतर्गत ऑनलाइन व ऑफ़लाइन मोड के जरिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजार करना होगा| क्योंकि अभी योजना को शुरू करने की घोषणा की गई है| योजना के लिए आवेदन के लिए अभी आधिकारिक रूप से कोई पुषिट नही हुई है| जैसे ही हमे आवेदन करने हेतु कोई भी जानकारी मिलेगी, तो हम आपको इस आर्टीकल के जरिए सूचित कर देंगे|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|
Last Updated on September 28, 2022 by Abinash