स्माइल-75 पहल 2022 | SMILE-75 Initiative: आवेदन प्रोसेस | पात्रता व उद्देश्य

 

|| SMILE-75 Scheme | SMILE-75 Initiative Implementation Strategy | Benefits, Objective & Key Points | Application Process || स्माइल 75 पहल की शुरुआत आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शुरू की गई है। जिसके जरिए निर्धनता और भिक्षावृत्ति की समस्या का समाधान किया जाएगा और 75 नगर निगमों की पहचान करके भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया क्या है| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – SMILE-75 पहल योजना के वारे मे|

SMILE 75

SMILE-75 Initiative Yojana

SMILE जिसका पूरा नाम Support for Marginalized Individuals for Livelihood and Enterprise है| (आजीविका और उद्यम के लिए सीमांत व्यक्तियों के लिए सहायता) ये एक व्यापक योजना है| जिसके अंतर्गत भिक्षावृत्ति में लगे हुए लोगों के लिए व्यापक पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है, जो पुनर्वास, पहचान, चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान, परामर्श और शिक्षा, सम्मानित नौकरी तथा स्वरोजगार/ उद्यमिता के लिए कौशल विकास को कवर करती है। जिससे कोई भी व्यक्ति अपना जीवन यापन करने और अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भीख मांगने के लिए मजबूर नही होगा| इस योजना के लिए 75 नगर निगम चिन्हित किए गए हैं|

स्माइल योजना

SMILE-75 पहल का फोकस

  • पुनर्वास
  • चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान
  • काउंसिलिंग
  • जागरूकता
  • शिक्षा
  • कौशल विकास
  • आर्थिक संबंध
  • अन्य सरकारी कल्याण कार्यक्रमों आदि के साथ अभिसरण।

योजना का अवलोकन

योजना का नामSMILE-75 पहल
किसके दवारा शुरू की गईभारत सरकार दवारा
लाभार्थीभिखारी और ट्रांसजेंडर
प्रदान की जाने वाली सहायताभिखारियों का पुनर्वास करना
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन

स्माइल 75 का उद्देश्य

नगर निगम, गैर सरकारी संगठनों (NGOs) और अन्य हितधारकों के सहयोग से सरकारी कल्याण कार्यक्रमों के अंतर्गत भिक्षावृत्ति में संलग्न व्यक्तियों के लिये कई व्यापक कल्याणकारी उपायों को शामिल किया गया है, जिसमें उनके पुनर्वास, चिकित्सा सुविधाओं के प्रावधान, परामर्श, जागरूकता, शिक्षा, कौशल विकास, आर्थिक सशक्तीकरण और अभिसरण पर व्यापक रूप से ध्यान दिया जाएगा।

SMILE 75 Scheme

SMILE-75 पहल के प्रमुख बिंदु

  • भिखारियों के लिए कई सामाजिक सहायता उपायों को 75 नगर निगमों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य भागीदारों द्वारा कवर किया जाएगा, जिसमें पुनर्वास, चिकित्सा सुविधाएं, परामर्श, जागरूकता, शिक्षा, कौशल विकास, आर्थिक संबंध और अन्य सरकारी कल्याण कार्यक्रमों के साथ अभिसरण शामिल हैं।
  • इस प्रयास के माध्यम से, मंत्रालय का लक्ष्य एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जहां कोई भी अस्तित्व में रहने और बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मजबूर न हो।
  • इस व्यापक रणनीति में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों और अन्य दोनों के लिए कल्याणकारी उपाय शामिल हैं।
  • इसके अलावा, यह योजना राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों/स्थानीय शहरी निकायों, स्वैच्छिक संगठनों या समुदाय आधारित संगठनों की सहायता से पुनर्वास, चिकित्सा सुविधाओं के प्रावधान, परामर्श, शिक्षा, कौशल विकास, आर्थिक जुड़ाव आदि पर जोर देकर भिखारियों को लक्षित करती है।
  • यह ट्रांसजेंडर छात्रों को नौवीं कक्षा से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति प्रदान करके और स्नातकोत्तर के माध्यम से सभी तरह से जारी रखते हुए अपनी शिक्षा जारी रखने में सक्षम बनाती है।
  • इस स्माइल उप-योजना में पीएम-दक्ष कार्यक्रम के तहत कौशल के विकास और आजीविका को बनाए रखने के प्रावधान शामिल हैं।
  • यह समग्र चिकित्सा स्वास्थ्य के माध्यम से, एक पूर्ण पैकेज की पेशकश करके ऐसा करता है, जो पीएम-जेएवाई योजना के संयोजन में, कई अलग-अलग सुविधाओं में किए गए लिंग-पुनर्पुष्टि प्रक्रियाओं का समर्थन करती है।
  • जो लोग भीख मांगने की प्रथा में संलग्न हैं उन्हे इस योजना का लाभ प्रदान किया जाता है|
  • इस योजना के तहत, प्रत्येक राज्य में मामलों की निगरानी, ​​​​जांच और अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए एक ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ होगा।
  • इस योजना भिखारियों को आश्रय, पहचान, लामबंदी प्रदान करती है|

SMILE-75 पहल का कार्यान्वयन मंत्रालय

  • सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय

योजना का कुल बजट

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने वर्ष 2025-26 की अवधि के लिये स्माइल परियोजना हेतु कुल 100 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है।

स्माइल 75 की मुख्य विशेषताएं

  • भीख मांगने के कार्य में लगे व्यक्तियों का व्यापक पुनर्वास।
  • नगरों/कस्बों और नगरपालिका क्षेत्रों को भीख मांगने से मुक्त करना।
  • विभिन्न हितधारकों की समन्वित कार्रवाई के माध्यम से भीख मांगने के कार्य में लगे व्यक्तियों के व्यापक पुनर्वास के लिए एक रणनीति तैयार करना।

भारत में भिक्षावृत्ति में संलग्न आबादी की स्थिति

  • वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में भिखारियों की कुल संख्या 4,13,670 (2,21,673 पुरुषों और 1,91,997 महिलाओं सहित) है और पिछली जनगणना की तुलना में इनकी संख्या में वृद्धि हुई है।
  • पश्चिम बंगाल की बात करे तो वो इस समय वे सबसे ऊपर है, उसके बाद क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश और बिहार का स्थान आता है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लक्षद्वीप में कुल दो भिखारी हैं।
  • केंद्रशासित प्रदेश नई दिल्ली में सबसे अधिक 2,187 भिखारी थे, उसके बाद चंडीगढ़ में 121 थे।
  • पूर्वोत्तर राज्यों में असम 22,116 भिखारियों के साथ शीर्ष पर है, जबकि मिज़ोरम 53 भिखारियों के साथ निम्न स्थान पर है।

स्माइल 75 पहल के लिए आवेदन प्रक्रिया

इस योजना के लिए आधिकारिक वेवसाइट अभी शुरू नही की गई है और जो आवेदक योजना के सबंध मे आवेदन और जानकारी लेना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजात करना होगा| जैसे ही हमे योजना के समबंध मे कोई जानकारी मिलती है, तो हम आपको तुरंत सूचित कर देंगे|  

आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगए तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|

Last Updated on September 12, 2022 by Abinash