गोधन न्याय योजना | पूरी जानकारी | कैसे मिलेगा लाभ

गोधन न्याय योजना | Godhan Justice Yojana | छत्तीसगढ़ पशुपालन गोधन न्याय योजना | Godhan Nyay Yojana | कैसे मिलेगा लाभ 

 

राज्य सरकार ने सड़कों और शहरों को आवारा पशुओं से बचाने और पर्यावरण की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना को शुरू किया है। इस योजना की शुरूआत हरेली पर्व के दिन की जाएगी। इस योजना से आवारा पशुओं को सुरक्षा मिलेगी और पशुपालको की आर्थिक दशा मजबूत होगी। इस योजना के वारे में सारी जानकारी जानने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – गोधन न्याय योजना के वारे में।         

              

गोधन न्याय योजना | Godhan Justice Yojana

 

छत्तीसगढ सरकार दवारा आवारा पशुओं की सिथति में सुधार करने और पर्यावरण की रक्षा के लिए गोधन न्याय योजना को शुरु करने की घोषणा की गई है। जिसके तहत राज्य में गौपालन को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी सुरक्षा और उसके माध्यम से पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही सड़कों और शहरों को आवारा पशुओं से वचाया जा सकेगा। योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ में अब तक 5300 गोठान स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिसमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 2408 और शहरी क्षेत्रों में 377 गोठान बनाए जा चुके हैं। इन गौठान को ग्रामीणो के लिए आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है। जिसके लिए बड़ी मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण भी महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से शुरू हो चुका है।

आवारा घूमते पशुओं की रोकथाम के लिए प्रशासन करेगा पूरी नगरीय व्यवस्था | The administration will administer the entire urban system for the prevention of stray animals 

छत्तीसगढ सरकार की गोधन न्याय योजना के जरिए पशुओं के साथ-साथ किसानों की फसलों को अब कोई भी नुकसान नहीं होगा और शहरों में आवारा घूमने वाले मवेशियों से सड़क दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी । इस योजना से पशु पालक अपने पशुओं के चारे-पानी का प्रबंध करने के साथ-साथ उन्हें बांधकर रखेंगे, जिससे शहरों में आवारा घूमते पशुओं की रोकथाम, गोबर क्रय से लेकर वर्मी खाद के उत्पादन तक की पूरी व्यवस्था नगरीय प्रशासन दवारा की जाएगी।

फसलों की गुणवत्ता में सुधार होगा | The quality of crops will improve

गोबर प्रबंधन की दिशा में प्रयास करने वाली छत्तीसगढ़ देश की पहली सरकार है| जहां सरकार दवारा 2 रुपए किलो में गोबर खरीदा जाएगा। इसके अलावा ग्रामीणो की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राज्य में सरकार गोमूत्र खरीदने पर भी विचार कर रही है। इससे ग्रामीणों की सिथति में सुधार होगा और किसानों से गोबर खरीदने से जैविक खेती को वढावा मिलेगा, जिससे  फसलों की गुणवत्ता में वढोतरी होगी। जिससे किसानों का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।      

राज्य में वढेगें रोजगार के अवसर | Employment opportunities will increase in the state

राज्य में हरेली पर्व से पशुपालकों एवं किसानों से गोबर निर्धारित दर पर क्रय किए जाने से राज्य की अर्थव्यवस्था बेहतर वनेगी जिसके काफी प्रभावशाली परिणाम निकल के आएगें। इसके माध्यम से गांवों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलेगा।  

अतिरिक्त आय में वढोतरी होगी | Additional income will increase 

गोधन न्याय योजना के जरिए आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जैविक खाद की मार्केटिंग की व्यवस्था सरकार दवारा की जाएगी। जिससे एक तो पधुओं की देखभाल होगी, उन्हें समय पर चारा मिलेगा और दूसरा पशुपालकों की अतिरिक्त आय में वढोतरी होगी।        

उद्देश्य | An Objective

गोधन न्याय योजना का मुख्य उद्देश्य गौपालन को बढ़ावा देने के साथ उनकी सुरक्षा और उसके माध्यम से पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचाना है।  

पात्रता | Eligibility

  • छत्तीसगढ राज्य के पशुपालक
  • किसान वर्ग  
  • आवारा पशु  

लाभ | Benefits

  • गोधन न्याय योजना का लाभ छ्त्तीसगढ राज्य के स्थायी निवासियों को मिलेगा।
  • योजना के जरिए खुले में चराई की रोकथाम होगी।
  • सड़कों और शहरों में आवारा घुमते पशुओं के प्रबंधन की व्यवस्था के लिए गौठान का निर्माण होगा।
  • योजना के माध्यम से 5,000 गांवों में गौठान बनाए जाएगें।   
  • पर्यावरण की रक्षा की जाएगी।   
  • राज्य में गौ पालन को बढ़ावा मिलेगा।
  • पशुओं की देखभाल होगी।  
  • राज्य में आवारा घूमने वाले मवेशियों से सड़क दुर्घटनाएं भी नहीं होंगी ।
  • इस योजना के माध्यम से किसानों से गोबर खरीदा जाएगा तथा इससे वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण होगा।
  • जैविक खेती को वढावा मिलेगा, और  फसलों की गुणवत्ता में वढोतरी होगी।
  • रोजगार के अवसर वढेगें।
  • पशुपालक और किसानों की आय में वढोतरी होगी।  
  • ग्रामीणो की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार दवारा गोमूत्र भी खरीदा जाएगा।       

विशेषताएं | Features

  • आवारा पशुओं के रहने की व्यवस्था
  • अर्थव्यवस्था को वढावा मिलना
  • जैविक खाद और गोमुत्र को वेचना
  • रोजगार के लिए नए-नए अवसर मिलना
  • अतिरिक्त आय में सुधार
  • पर्यावरण की रक्षा
  • दुर्घटनाओं में कमी                       

आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।