Digital Agriculture Yojana : देश के किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने डिजिटल एग्रीकल्चर योजना को लागु करने का ऐलान किया है| इस योजना के जरिए किसानों के खेतों की सारी डिटेल्स को ऑनलाइन उपलब्ध करवाया जाएगा| कैसे मिलेगा Digital Agriculture Yojana का लाभ और इसके लिए रजिस्ट्रेशन कैसे की जाएगी| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा|
DIGITAL AGRICULTURE YOJANA 2024
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी ने किसानों को डिजिटल रूप से सशकत वनाने के लिए डिजिटल एग्रीकल्चर योजना को शुरू करने की घोषणा की है| इस योजना के अंतर्गत देश के सभी खेतों में जियो टैगिंग लगाई जाएगी ताकि सैटेलाइट के जरिए खेतों की पैदावार का आंकड़ा डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सके| जिन किसानों की फसले ओलावृष्टि से खराव हो गई हैं, उन सभी किसानों को उनकी फसलों की नुकसान का सही आंकड़ा सामने आ सकेगा। सेटेलाइट के द्वारा सर्वेक्षण होने से जो किसान गलत तरीके से प्राकृतिक आपदा का लाभ उठाकर सरकार से मुआवजा प्राप्त करते थे उन पर भी रोक लगेगी। Digital Agriculture Yojana से अब देश के पात्र किसानों को ही योजना का लाभ मिलेगा|
About of Digital Agriculture Yojana
योजना का नाम | डिजिटल एग्रीकल्चर योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी दवारा |
लाभार्थी | देश के किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | खेती की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध करवाना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | agricoop.nic.in |
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य खेती का रिकॉर्ड डिजिटल रूप से उपलवध करवाकर पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करना है|
Digital Agriculture Yojana के लिए पात्रता
- आवेदक को देश का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- सभी वर्ग के किसान योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे|
- आवेदक का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए|
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जमीनी दस्तावेज
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
- मोबाइल नम्वर
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना के लाभ
- डिजिटल कृषि योजना का लाभ देश के किसानो को प्रदान किया जाएगा|
- इस योजना के माध्यम से सभी किसानों के खेतों में जियो टैगिंग लगाई जाएगी।
- जियो टैगिंग के जरिए सेटेलाइट द्वारा पूरे राज्य में फसल का उत्पादन कितना हुआ है इसकी सारी जानकारी आसानी से पता लग सकेगी।
- ओलावृष्टि के दौरान सेटेलाइट के दवारा खेत का सर्वेक्षण होने से सभी किसानों को उनकी फसलों के नुकसान का सही आंकड़ा सामने आएगा|
- सेटेलाइट के द्वारा सर्वेक्षण होने से जो किसान पात्र होंगे, उन्हे ही योजना का लाभ मिलेगा और जो गलत तरीके से प्राकृतिक आपदा का लाभ उठाकर सरकार से मुआवजा प्राप्त कर रहे थे उन पर रोक लगेगी।
- Digital Agriculture Yojana से खेतों का रिकॉर्ड ऑनलाइन होने से किसानों को बैंको से लोन लेने के लिए नो ड्यूज के चक्कर के लिए भी नही भटकना पडेगा|
- किसानों का सैटेलाइट से सर्वे होने से किसी किसान के साथ भेदभाव जैसी स्थिति नहीं होगी।
- इस योजना का लाभ देश के सभी राज्यों के किसानों को मिलेगा|
डिजिटल एग्रीकल्चर योजना की मुख्य विशेषताएं
- किसानों के खेतों की जानकारी ऑनलाइन उपलवध करवाना
- किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करना
- योजना को पूरे राज्य मे चलाना
- पात्र किसानो को आत्म-निर्भर व सशकत वनाना|
Digital Agriculture Yojana Online Registration
- इस योजना के लिए अपने राज्य के अनुसार सरकार किसानों के खेतों मे जियो टैगिंग लगाएगी|
- जिन किसानों के खेतों मे जियो टैगिंग लगेगी, वहाँ के खेतों की सारी जानकारी डिजिटल रूप से मिलेगी|
- सैटेलाइट के जरिए खेतों की पैदावार का आंकड़ा डिजिटल रूप से सरकार दवारा प्राप्त किया जा सकेगा|
- SMS के जरिए सरकार योजना की जानकरी किसानों को भी उपलवध करवाएगी|
- जो पात्र किसान होंगे उन्हे ही सरकार दवारा चलाई जा रही योजना का लाभ मिलेगा| इसके लिए उनका आधार कार्ड बैंक से लिंक होना चाहिए|
Digital Agriculture Scheme – Helpline Number
हेल्पलाइन नमवर आवेदक दवारा आधिकारिक वेबसाइट के जरिए प्राप्त किया जा सकता है|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|