|| Haryana Sujal Yojana | मुख्यमंत्री सुजल योजना | Sujal Yojana Online Registration | Application Form | पात्रता व उद्देश्य ||
हरियाणा सरकार दवारा राज्य मे जल संरक्षण को वढावा देने के लिए सुजल योजना को लागू किया गया है| जिसके माध्यम से पानी की स्ट्रक्चर्ड सप्लाई (Structured Supply) के साथ-साथ संसाधनों की बचत होगी| जिससे पानी की सप्लाई पर निगरानी रखी जाएगी और पानी के प्रवाह को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढ्ना होगा| तो आइए जानते हैं – हरियाणा सुजल योजना के वारे मे|
Haryana Sujal Yojana
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी दवारा “संत कबीर कुटीर” से प्रदेश के लिए ‘सुजल’ योजना का शुभारंभ किया गया है। वाटर सप्लाई मैनेजमैंट की दिशा में आरंभ की गई ये योजना जल संरक्षण के क्षेत्र में बैंचमार्क साबित होगी। यह हरियाणा प्रदेश का ऐसा पहला इनिशिएटिव है, जो वाटर सप्लाई मैनेजमैंट द्वारा जल संरक्षण करेगा। जिससे आधुनिक युग में टेक्नोलॉजी का प्रयोग हर क्षेत्र में करके वाटर सप्लाई मैनेजमेंट में सुधार लाए जा सकेंगे, जिनसे जल संरक्षण तो होगा ही, साथ में वित्तीय बचत भी होगी।
हरियाणा सुजल योजना के मुख्य पहलु
पंचकूला में अलग-अलग स्रोतों से प्रति दिन 162.5 मिलियन लीटर पानी का इस्तेमाल होता है। इस उपकरण के इस्तेमाल से यह आंकड़ा एक वर्ष में ही घट कर 105 मिलियन लीटर प्रतिदिन रह जाएगा। इन सब फायदों के साथ-साथ यह टैक्नोलॉजी हमें वित्तीय लाभ भी प्रदान करेगी। आज के समय में 680 लाख लीटर भूजल का प्रयोग एक दिन में सप्लाई किया जाता है। सुजल योजना के द्वारा एक ही साल में यह आंकड़ा गिर कर 5 एम.एल.डी. हो जाएगा और इस आंकड़े का अर्थ है कि लगभग 92 प्रतिशत तक भूजल का बचाव होगा| जिसके कारण लगभग 22.9 करोड़ रुपयों की बचत प्राधिकरण द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही बिजली की भी एक साल में लगभग 31 प्रतिशत तक बचत होगी| जिससे बिजली के बिल में लगभग 12.99 करोड़ रुपयों की बचत होगी।
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | हरियाणा सुजल योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | हरियाणा सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य के नागरिक |
प्रदान की जाने वाली सहायता | पानी के बचाव के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करना| |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
हरियाणा सुजल योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य मे वाटर सप्लाई मैनेजमेंट में सुधार लाकर जल संरक्षण को वढावा देना है|
सुजल योजना के लिए पात्रता
- आवेदक हरियाणा राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- सभी वर्ग के लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे|
हरियाणा सुजल योजना के लाभ
- हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के हर एक पेयजल के मीटर, ट्यूबवैल व कनैक्शन में एक उपकरण लगाया जाएगा जिसमें ऑनलाइन क्लाउड स्टोरेज रहेगी।
- इसकी मदद से पानी की सप्लाई पर निगरानी रखी जाएगी और पानी के प्रवाह को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।
- इस इनोवेशन से अधिकारी अपने ऑफिस में बैठकर ही व्यर्थ बह रहे पानी के बहाव को देख कर रोक सकेंगे और पानी का बचाव कर सकेंगे।
- इस टैक्नोलॉजी से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले हर घर में व हर कमर्शियल साइट पर पानी के प्रवाह को मापना आसान हो जाएगा।
- इससे ये भी पता चल जाएगा कि कौन से कनैक्शन व मीटर निष्क्रिय हैं ताकि उन्हें बंद किया जा सके।
- ये सारी जानकारी एक डैशबोर्ड पर उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि सभी सम्बंधित अधिकारी इस प्रक्रिया पर नजर रख सकें।
- इस योजना से अवैध कनैक्शनों को ट्रैक करके उनको बंद करना आसान हो जाएगा|
- प्राधिकरण दवारा इसकी मदद से नागरिकों से जुर्माने की राशि भी ली जा सकेगी।
- इसके अलावा टर्शरी जल का उपयोग पार्कों व ग्रीन बेल्ट्स में 14 एम.एल.डी. से बढ़कर 30 एम.एल.डी. तक एक ही वर्ष में हो जाएगा।
- इस उपकरण की मदद से 70 प्रतिशत श्रम बचत होगी जिसकी वजह से एक साल में लगभग 4.7 करोड़ रुपयों की बचत की जा सकेगी।
हरियाणा सुजल योजना की मुख्य विशेषताएँ
- प्रत्येक पेयजल मीटर, ट्यूबवेल और कनेक्शन में उपकरण लगाकर जलापूर्ति पर नजर रखना|
- पानी के प्रवाह को मापना आसान हो जाएगा।
- पानी के बहाव को नियंत्रित किया जा सकेगा|
- ऑफिस में बैठकर व्यर्थ बह रहे पानी को रोकना
- अवैध कनैक्शनों को ट्रैक करके उनको बंद करना
- पानी की स्ट्रक्चर्ड सप्लाई के साथ-साथ होगी संसाधनों की बचत और वित्तीय बचत
हरियाणा सुजल योजना के लिए कैसे करे आवेदन
जो आवेदक योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजार करना होगा| अभी योजना को शुरू करने की घोषणा की गई है| जैसे ही योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, तो हम आपको तुरंत सूचित कर देंगे|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरूर करे|