हिमाचल प्रदेश संजीवनी योजना | Sanjeevani Scheme : रजिस्ट्रेशन | Application Form

हिमाचल प्रदेश संजीवनी योजना | Sanjeevani Scheme : रजिस्ट्रेशन | Application Form | हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के बीमार पशुओं के इलाज के लिए संजीवनी योजना को लागु किया है| इस योजना के जरिए बीमार पशुओं को स्वास्थ्य सुविधा उपलवध करवाई जाएगी, जिसके लिए पशुओं का इलाज अब घर पर ही किया जा सकेगा| कैसे मिलेगा Sanjeevani Yojana का लाभ और इसके लिए आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा|  

हिमाचल ई-टैक्सी योजना

Himachal Sanjeevani Yojana

HIMACHAL SANJEEVANI YOJANA

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने संजीवनी योजना की शुरुआत की है| इस योजना के अंतर्गत राज्य के पशुपालको व किसानों के बीमार पशुओं का इलाज घर पर ही किया जा सकेगा| इसके लिए राज्य मे बिमार पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा चलाई जाएगी| इस सुविधा के मिलने से अब घर पर ही पशुओं का उपचार करने के लिए पूरे राज्य मे एंबुलेंस की तैनाती की जाएगी| इन एंबुलेंस मे चिक्तिसक व स्टॉफ के साथ-साथ जरूरी दवाएं भी उपलब्ध रहेंगी, जो बिमार पशुओं का समय रहते उपचार करेगी| इस सुविधा के मिलने से पशुपालको को अपने पशुओं के बीमार होने पर उन्हें पशु औषधालय ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस योजना का लाभ पशुपालको दवारा फोन कॉल करके उठाया जा सकेगा|  

About of the Sanjeevani Yojana

योजना का नामसंजीवनी योजना
किसके दवारा शुरू की गईहिमाचल प्रदेश सरकार दवारा
लाभार्थीराज्य के किसान व पशुपालक
प्रदान की जाने वाली सहायतापशुओं के बीमार होने पर उन्हे एंबुलेंस की सुविधा प्रदान करना
आवेदन प्रक्रियाऑफ़लाइन
आधिकारिक वेबसाइटhpahdbt.hp.gov.in

Himachal Sanjeevani Yojana

हिमाचल प्रदेश संजीवनी योजना का उद्देश्य

राज्य के बिमार पशुओं का सही समय पर इलाज करने के लिए उन्हे घर पर ही उपचार की सुविधा देने के लिए एंबुलेंस भेजना है|

HP Sanjeevani Yojana के लिए पात्रता

  • राज्य के पशुपालको व किसानों के बीमार पशु
  • गाय, भैंस, भेड़ व वकरी आदि योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे|

हिमाचल संजीवनी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • पशुपालक व किसान का आधार कार्ड
  • स्थायी पता
  • मोबाइल नम्वर

HP संजीवनी योजना के लाभ

  • हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के बीमारपशुओं के उपचार के लिए संजीवनी योजना की शुरुआत की है|
  • इस योजना के माध्यम से एंबुलेंस को बीमार पशुओं के घर पर उपचार के लिए भेजा जाएगा|
  • इन एंबुलेंस मे स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहेंगे|
  • इसके साथ ही जरूरी दवाएं व अन्य समान भी एंबुलेंस मे उपलव्ध रहेगा|
  • संजीवनी योजना से बीमार पशुओं को समय पर दवाई व उपचार की सुविधा मिलेगी|
  • जो पशु अधिक बीमार होगा उन्हे इन एंबुलेंस मे डालकर पशु स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाएगा|
  • इस योजना के लिए 12 जिलों में स्थित 44 खंडों में किसानों व पशुपालको के लिए एंबुलेंस सेवा का लाभ दिया जाएगा। 
  • Sanjeevani Yojana के तहत पशुधन से संबंधित विभिन्न मामलों के लिए निदेशालय स्तर पर एकीकृत कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। 
  • इस योजना को पूरे राज्य मे चलाया जाएगा|
  • इस योजना मे होने वाला सारा खर्च राज्य सरकार दवारा वहन किया जाएगा|

संजीवनी योजना की मुख्य विशेषताएं

  • बिमार पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना
  • किसानों को उनके घर पर सुविधाजनक और उच्च गुणवत्ता वाली पशुधन देखभाल सेवाएं प्रदान करना
  • राज्य मे बिमार पशुओं के लिए एंबुलेंस की सुविधा उपलवध करवाना
  • इस योजना से अब बीमार पशुओं का घर पर ही समय पर इलाज होगा

How to Registration for the Sanjeevani Yojana

  • राज्य मे जो बीमार पशु होंगे, उनके इलाज के लिए राज्य सरकार दवारा पशुपालको को हेल्पलाइन नम्वर दिए जाएंगे|
  • इन नमवर पर फोन करके एंबुलेंस लाभार्थी के घर पे पहुंच जाएगी|
  • घर पे एंबुलेंस पहुँचने के बाद उसमे मौजूद डॉक्टर बीमार पशुओं की जांच करेंगे, कि पशु कितना बिमार है| अगर उसका इलाज दवाई से हो जाता है, तो उसे डॉक्टर दवारा दवाई दे दी जाएगी|
  • अगर पशु की हालत गंभीर है, तो उसे एंबुलेंस के जरिए नजदीकी पशु चिकित्सालय पहुचाया जाएगा| वहाँ पर उसका उपचार किया जाएगा|
  • इस सुविधा के मिलने से राज्य के बीमार पशुओं का उनके घर पर ही इलाज हो सकेगा|

HP संजीवनी योजना के लिए एकीकृत कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा

इस योजना के तहत पशुधन से संबंधित विभिन्न मामलों के लिए निदेशालय स्तर पर एकीकृत कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह केंद्र पशुपालकों को टेली-मेडिकल-परामर्श, सरकारी योजनाओं, पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम, शिकायत निवारण, प्रश्न-समाधान आदि जैसे विभिन्न पहलुओं पर व्यक्तिगत सहायता प्रदान करेगा।

राज्य के 44 खंडों में किसानों को सेवाएं उपलवध करवाई जाएगी

प्रदेश के 12 जिलों में स्थित 44 खंडों में किसानों को सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। जिसके लिए राज्य में केंद्रीकृत कॉल सेंटर को इन 44 मोबाइल पशु चिकित्सा एंबुलेंस के साथ एकीकृत किया जाएगा। इससे पशु औषधालयों तक जाने और बीमार पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण दवाएं प्राप्त करने पर किसानों का अतिरिक्त खर्च व समय भी बच जाएगा। 

आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|