हिमाचल प्रदेश अनाज ब्रांड योजना | Himachal Pradesh Cereal brand Scheme
हिमाचल प्रदेश सरकार दवारा वाहरी राज्यों में चावल, गेहूं, मक्की सहित अन्य फसल को टैग लगाकर ब्रांड के रूप में बेचने के लिए ब्रांड योजना को शुरु किया गया है। इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के अनाज को वाहरी राज्यों में वेचा जाएगा। अनाज की पैकिंग पर कोड लगाया जाएगा जिससे स्कैन करते ही किसान का पूरा बायोडाटा निकल जाएगा। जिससे यह भी पता चल जाएगा कि यह अनाज हिमाचल के किस हिस्से से आया है।
किसानों का अनाज उनके खेतों से बेहतर कीमत पर उठाया जाएगा। इसके बाद कंपनी इसे अपना टैग लगाकर ब्रांड के रूप में पेश करेगी। इस योजना से किसानों के अनाज को अच्छी कीमत मिलेगी और लोगों का खेती के प्रति रुझान बढ़ेगा। इससे किसानों का आर्थिक पक्ष भी मजवूत होगा।
उद्देश्य | An Objective
अनाज ब्रांड योजना का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के अनाज को बाहरी राज्यों में वेचना है, ताकि किसानों का आर्थिक पक्ष मजबूत हो।
लाभ | Benefits
- अनाज ब्रांड योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश के किसानों को प्राप्त होगा।
- इस योजना के तहत राज्य के चावल, गेहूं, मक्की सहित अन्य फसल को टैग लगाकर ब्रांड के रूप में अन्य राज्यों में वेचा जाएगा।
- इस योजना से वाहरी राज्यों में हिमाचल के अनाज को अच्छी कीमत मिलेगी।
- इस योजना से हिमाचल का अनाज ज्यादा से ज्यादा वाहरी राज्यों में खरीदा जाएगा।
- इस योजना से किसान आर्थिक रुप से सुद्रढ होगें।
- इस योजना से लोगों का खेती के प्रति रुझान ज्यादा होगा।
- इस योजना से प्रदेश का नाम बाहरी राज्यों में चलेगा।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।