COVID-19 के दौरान बेरोजगार हुए लोगो को रोजगार से जोडने और ग्रामीण व गरीब परिवारों को कुपोषण की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए दीदी बाड़ी योजना को लागु करने की घोषणा की गई है। जिसके जरिए राज्य मे लाभर्थीयो को योजना से जोडकर उन्हे जागरुक किया जाएगा। क्या है ये योजना, कैसे मिलेगा लाभ और आवेदन कैसे किया जाएगा। इसके लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – दीदी बाड़ी योजना के वारे में।
दीदी बाड़ी योजना | Didi Bari Yojana
झारखंड सरकार दवारा राज्य मे ग्रामीण और गरीब परिवारों को पोषण युक्त भोजन उपलव्ध करवाने तथा बेरोजगारी जैसी समस्या को दूर करने के लिए मनरेगा के तहत पूरे राज्य में दीदी बाड़ी योजना को शुरू करने की घोषणा की गई है। जिसके तहत कुपोषण समाप्त करने के लिए छह महीने में दीदी बाड़ी योजना से 05 लाख परिवारों को जोड़ा जाएगा। जिसमे लाभार्थी अपने घर के आसपास की जमीन में अपने परिवार के पोषण की आवश्यकता के अनुसार एक से पांच डिसमिल जमीन पर पोषण युक्त सब्जियों समेत अन्य फसलों का उत्पादन कर सकेगें, ताकि ग्रामीणों को पोषण युक्त भोजन की जरूरत को पूरा किया जा सके। योजना को स्कुचारु रुप से चलाने और क्रियान्वयन में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) का भी सहयोग लिया जायेगा। वहीं भूमिहीन ग्रामीण 02 से 05 लोगों का समूह बनाकर सार्वजनिक जमीन पर ग्राम सभा की अनुमति से काम करेगें। जिसमे लाभार्थीयों को पोषण के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना का क्रियान्वयन राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों के साथ होगा। इसके साथ-साथ लाभार्थीयों को रोजगार उपलव्ध करवाकर कोरोना काल के दौरान उनकी अजीविका को वेहतर किया जाएगा। जिससे वे आत्म-निर्भर वनेगें।
क्यों शुरु की जा रही है दीदी बाड़ी योजना | Why Didi Bari scheme is being launched
कोविड 19 के चलते राज्य मे आंगनबाडी केंद्रो के वंद होने से बच्चे व गर्भवती महिलाएं काफी प्रभावित हुए हैं। जिसके चलते उन्हे पोषित भोजन नहीं मिल पा रहा है, और इस महामारी के दौरान बेरोजगारी जैसी समस्या भी उत्पन्न हो गई है। इन समस्याओ पर लगाम लगाने के लिए ही राज्य मे दीदी बाड़ी योजना को शुरु करने की घोषणा की गई है।
उद्देश्य | An Objective
दीदी बाड़ी योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य मे कुपोषण और वेरोजगारी जैसी समस्या को दूर करना है।
लक्ष्य | Aim
योजना के दो महत्वपूर्ण लक्ष्य है-
- COVID-19 के चलते वेरोजगारो को योजना से जोडकर और उन्हे प्रशिक्षित कर रोजगार उपलव्ध करवाकर उनकी आमदनी को वढाना।
- वच्चों और महिलाओं के स्वास्थय का ध्यान रखते हुए उन्हे पोषिटक आहार उपलव्ध करवाकर कुपोषण जैसी समस्या को खत्म करना।
पात्रता | Eligibility
- झारखंड राज्य के स्थायी निवासी
- SC, ST, BPL परिवार, महिला प्रधान परिवार,
- शारीरिक रूप से दिव्यांग प्रधान वाले परिवार,
- लघु एवं सीमांत किसान
- प्रधानमंत्री अवास योजना (PMAY) के लाभार्थी, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पारंपरिक वनवासी अधिनियम 2006 के लाभार्थी, लघु एवं सीमांत किसान
रोजगार हेतु महत्वपूर्ण दस्तावेज | Important documents for employment
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मानरेगा जॉब कार्ड
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
आयु सीमा | Age Range
- न्युनतम – 18 वर्ष
- अधिकतम -35+
चयन प्रक्रिया | Selection Process
योजना के तहत लाभुकों का चयन राज्य आजीविका मिशन के माध्यम से किया जाएगा। अति गरीब परिवारों को योजना में वरीयता दी जाएगी। योजना का अनुमोदन ग्राम सभा व ग्राम पंचायत से किया जाएगा।
भुगतान प्रक्रिया | Payment Process
योजना के तहत एक वित्तीय वर्ष में लाभुको को 100 मानव दिवस का कार्य दिया जाएगा। जिसमे उनसे माह में 7 से 15 दिन का काम लिया जाएगा और उन्हे पोषणयुक्त भोजन के बारे में जानकारी दी जाएगी। कार्य के हेतु मास्टर रोल प्रखंड द्वारा मनरेगा प्राविधान के अनुरूप निर्गत किया जाएगा। लाभुक व दीदी बाड़ी सखी का प्रशिक्षण राज्य आजीविका मिशन द्वारा होगा। योजना के मार्गदर्शन, सुझाव व समीक्षा हेतु राज्य, जिला व एवं प्रखंड स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा। योजना की स्वीकृति मनरेगा योजना के अंतर्गत की जाएगी इस कारण कार्य का क्रियान्वयन में लगने वाली राशि का प्राक्कलन के अनुरूप मनरेगा योजना से वहन किया जाएगा। मजदूरी का भुगतान मानरेगा के जरिए लाभार्थी के बैंक खाते मे सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
लाभ | Benefits
- दीदी बाड़ी योजना का लाभ झारखंड राज्य के स्थायी निवासियों को प्राप्त होगा।
- योजना के जरिए कोरोना काल के दौरान वेरोजगार हुए लोगो को रोजगार उपलव्ध होगा और राज्य मे महिलाओ व वच्चो को पोषिटक आहार मिलेगा।
- योजना के अंतर्गत लाभार्थी अपने घर के आसपास की जमीन में परिवार के पोषण की आवश्यकता के अनुसार एक से पांच डिसमिल जमीन पर पोषण युक्त सब्जियों समेत अन्य फसलों का उत्पादन कर सकेगें।
- भूमिहीन ग्रामीण 02 से 05 लोगों का समूह बनाकर सार्वजनिक जमीन पर ग्राम सभा की अनुमति से काम करेगें ।
- योजना का क्रियान्वयन राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों के साथ किया जाएगा।
- लाभुकों का चयन राज्य आजीविका मिशन के माध्यम से किया जाएगा। जिसमे उन्हे योजना के संवध मे ट्रेनिग दी जाएगी।
- चयन होने के बाद लाभार्थीयो को एक वित्तीय वर्ष में 100 मानव दिवस का कार्य दिया जाएगा और माह में 7 से 15 दिन का काम लिया जाएगा।
- काम करने वाले लाभार्थीयो को मनरेगा के तहत वेतन मिलेगा।
- रोजगार मिलने से लाभार्थीयो का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- इससे उनकी आय मे मे भी वढोतरी होगी।
- 18 सितंबर से 22 अक्टूबर तक मनरेगा से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसमे सभी स्थानीय एवं प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
- इस अभियान के तहत अगले 6 माह में मनरेगा एवं JSLPS के अभिसरण से 5 लाख परिवारों से ‘दीदी बाड़ी योजना’ का कार्य लिया जाएगा|
विशेषताएं | Features
- कुपोषण व बेरोजगारी की समस्या को दूर करना
- लाभार्थीयों को आत्म-निर्भर और जागरुक वनाना
- आमदनी मे वढोतरी होना
दीदी बाड़ी योजना के लिए कैसे करें आवेदन | How to apply for Didi Bari Scheme
- दीदी बाडी योजना के लिए आवेदन करने वाले लाभार्थी को राज्य आजीविका मिशन के माध्यम से आवेदन फार्म भरने के लिए दिया जाएगा।
- इस फार्म मे लाभार्थी को दी गई सारी जानकारी भरने के बाद आव्श्यक दस्तावेज अटैच करने होगे।
- उसके वाद आपको ये फार्म जमा करवा देना है।
- उसके बाद लाभार्थी का चयन कर उसे योजना के संवध मे प्रशिक्षित किया जाएगा।
- प्रशिक्षण मिलने के बाद लाभार्थी को रोजगार से जोडा जाएगा, और उसे मानरेगा के तहत काम दिया जाएगा और उस आधार पर ही लाभार्थी को वेतन दिया जाएगा।
- इस तरह लाभार्थी को योजना का लाभ मिल जाएगा।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।