|| Paramparagat Krishi Vikas Yojana | परम्परागत कृषि विकास योजना ऑनलाइन आवेदन | Paramparagat Krishi Vikas scheme login process | पात्रता & उद्देश्य | Helpline Number ||
किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने और उन्हे सशक्त वनाने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजना को लागू किया गया है| जिसके जरिये जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानो को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी| इससे फसलो की पैदावार वढ़ेगी और किसानो की आय मे वढ़ोतरी होगी| कैसे मिलेगा योजना का लाभ, योजना के लिए कौन-कौन पात्र होंगे और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा, ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – परम्परागत कृषि विकास योजना के वारे मे|
Paramparagat Krishi Vikas Yojana
देश के किसानो की सीथति को वेहतर वनाने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार दवारा परम्परागत कृषि विकास योजना को शुरू किया गया है| जिसके जरिये किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक खेती के स्थाई मॉडल को विकसित किया जाता है। जिससे मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाया जा सकेगा| इस योजना के लिए किसानो को क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनों के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है| पात्र लाभार्थीयों को दी जाने वाली सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते मे जमा की जाएगी, जिससे किसानो का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा| योजना का लाभ लाभार्थीयों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके प्राप्त होगा|
योजना के दौरान मिलने वाली सहायता राशि
- क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए 50000/- रुपए प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए आर्थिक सहायता
- 31000/- रुपए प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए जैविक पदार्थों जैसे कि जैविक उर्वरकों, कीटनाशकों, बीजों आदि की खरीद के लिए
- मूल्यवर्धन और विपरण के लिए 8800/- रुपए प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए
- क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए 3000/- रुपए प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए जिसमें एक्स्पोज़र विजिट और फील्ड कर्मियों के प्रशिक्षण शामिल है।
- यह राशि किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिये वितरित की जाएगी|
पिछले 4 वर्षों में प्रदान की गई वित्तीय सहायता राशि विवरण
वर्ष | बजट अनुमान (करोड़) | संशोधित अनुमान (करोड़) | रिहाई (करोड़) |
2017-18 | 350 | 250 | 203.46 |
2018-19 | 360 | 335.91 | 329.46 |
2019-20 | 325 | 299.36 | 283.67 |
2020-21 | 500 | 350 | 381.05 |
कुल (Total) | 1535 | 1235.27 | 1197.94 |
परम्परागत कृषि विकास योजना के आंकड़े
सक्रिय क्षेत्रीय परिषद | 334 |
कुल समूह | 26007 |
स्वीकृत समूह | 26007 |
कुल किसान | 924450 |
स्वीकृत किसान | 910476 |
अस्वीकृत किसान | 13974 |
कुल प्रमाणपत्र | 2141473 |
स्वीकृत प्रमाण पत्र | 939466 |
अस्वीकृत प्रमाण पत्र | 1202007 |
जैविक खेती के लिए प्रस्तावित क्षेत्र | 551112.279075419 हैक्टयेर |
योजना का मुख्य उद्देश्य
परम्परागत कृषि विकास योजना का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानो को सरकार दवारा आर्थिक सहायता प्रदान करना है|
Paramparagat Krishi Vikas Yojana के लिए पात्रता
- देश के स्थायी निवासी
- किसान वर्ग
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए|
परम्परागत कृषि विकास योजना अंतर्गत आवेदन करने हेतु जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
परम्परागत कृषि विकास योजना के लाभ
- योजना का लाभ देश के किसान भाइयों को मिलेगा|
- परम्परागत कृषि विकास योजना को सोयल हेल्थ योजना के अंतर्गत शुरू किया गया है।
- योजना के जरिये जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है।
- उसके लिए किसानो को सरकार दवारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- योजना के अंतर्गत लाभ की राशि सीधे किसानों के खाते में सीधे ट्रासफर की जाएगी|
- इस योजना से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विकास के माध्यम से खेती के स्थाई मॉडल को विकसित होगा|
- इस योजना से मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ावा मिलेगा|
- क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनों के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए किसानो को वितिय सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- इस योजना से रसायनिक मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा मिलेगा|
- पिछले 4 वर्षों के लिए इस योजना के अंतर्गत 1197 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है।
- योजना का लाभ किसानो को ऑनलाइन आवेदन करके प्राप्त होगा|
Paramparagat Krishi Vikas Yojana की मुख्य विशेषताएँ
- इस योजना की सहायता से जैविक कृषि को बढ़ावा दिया जाएगा
- पारंपरिक तथा आधुनिक तरीकों के मिश्रण से कृषि में विकास करना
- जैविक मोड में खेती की तकनीक में भी सुधार लाना
- मानव बुक के लिए रसायन मुक्त एवं पौष्टिक फसल का उत्पादन करना
- विभिन्न प्रकार के कीटनाशकों तथा खाद्य पदार्थों से किसानों को होने वाली बीमारियों से उनकी सुरक्षा करना
- पर्यावरण को हानिकारक कार्बनिक रसायनों से मुक्त करने के लिए जैविक खेती को प्रोत्साहन देना |
- किसानों के समूह के आधार पर स्थानीय और राष्ट्रीय बाजार से जोड़कर किसानों को उद्यमी बनाना|
परम्परागत कृषि विकास योजना के लिए कैसे करें आवेदन
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
- इस पेज मे आपको Apply Now के विकल्प पर क्लिक करना है|
- उसके बाद आपके सामने आवेदन फार्म खुलकर आएगा।
- इस फार्म में आपको पूछी गई सारी जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करनी होगी|
- इस प्रक्रिया के बाद आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी अपलोड करना होगा।
- और अंत मे आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक कर देना है|
- इस तरह आपके दवारा परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक आवेदन कर दिया जाएगा|
लॉगिन कैसे करें
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
- उसके बाद आपको login के विकल्प पर क्लिक करना है|
- अब आपके सामने लॉगिन फार्म खुलके आएगा|
- आपको इस फार्म में अपना यूजरनेम, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- उसके बाद आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक कर देना है|
- इस तरह आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे।
कांटेक्ट डिटेल कैसे देखें
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको contact Us के विकल्प पे किलक करना होगा|
- अब आपके सामने अगला पेज खुलके आएगा, जिसमे आप कांटेक्ट डिटेल देख सकते हो|
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।
Last Updated on October 22, 2021 by Abinash