|| Haryana Bhavantar Bharpai Scheme | मुख्यमंत्री भावांतर भरपाई योजना | Bhavantar Bharpai Yojana Online Registration | Registration Status || हरियाणा राज्य के किसानो को उनकी फसलों का सही मूल्य प्रदान करने के लिए भावांतर भरपाई योजना को लागु किया गया है। जिसके अंतर्गत जिन किसानो को अपनी फसल बेचने पर नुकसान हुआ है, उन किसानो को राज्य सरकार द्वारा उसकी भरपाई करने के लिए मुहावजा के रूप में प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाएगी| इससे किसानो की आय मे वढ़ोतरी होगी| कैसे मिलेगा योजना का लाभ, योजना के लिए कौन-कौन पात्र हैं और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढ्ना होगा| तो आइए जानते हैं – हरियाणा भावांतर भरपाई योजना के वारे मे|
Haryana Bhavantar Bharpai Yojana
हरियाणा सरकार दवारा राज्य मे किसानो को सशक्त वनाने और उनकी आय मे वढ़ोतरी करने के लिए भावांतर भरपाई योजना को शुरू किया गया है| जिसके जरिये राज्य के किसानो को उनकी फसलों की सही कीमत प्रदान की जाएगी| राज्य के जो किसान अपनी फसल जैसे सब्जिया ,फलो आदि को बाजार में बेचते है लेकिन उन्हें अपनी फसल बेचने पर उचित मूल्य नहीं मिल पाता है, ऐसे किसानो को सरकार दवारा या तो मुआवजा या फिर फसल की कम कीमत की उचित भरपाई के लिए प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाती है । जिससे किसानो को उनकी फसल का सही मूल्य मिलता है और उनकी आय मे सुधार आता है| राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी Haryana Bhavantar Bharpai Yojana के अंतर्गत सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्राप्त करना चाहते हैं, तो वे योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं|
भावांतर भरपाई योजना लेटेस्ट अपडेट
मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी दवारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फसल की बिक्री के लिए पंजीकरण कराने से वंचित रह गए किसानो को पोर्टल मे जाकर पंजीकरण कराया जाए, ताकि योजना का लाभ पात्र लाभार्थीयों को मिल सके| बता दें कि हरियाणा सरकार ने हाल ही में बाजरे की फसल को भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया है। बाजरे का सरकारी रेट 2250 रुपये क्विंटल है, जबकि प्रदेश सरकार ने बाजार रेट 1650 रुपये क्विंटल मानते हुए बीच के 600 रुपये क्विंटल के अंतर को किसानों को सब्सिडी के रूप में देने का अहम निर्णय लिया गया है। प्रदेश सरकार को यह बाजरा खरीदना काफी महंगा पड़ता है तथा इसके लिए उनकी ज्यादा जरूरत भी नहीं है। इसलिए सरकार इस बार मात्र 25 फीसद ही बाजरा खरीदेगी, जबकि 75 फीसद बाजरा बाजार में बेचा जाएगा। बाजार में बाजरा बेचने वाले किसानों को सरकार 600 रुपये क्विंटल की सब्सिडी देगी| जो किसानो की आय को वेहतर वनाएगी|
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | भावांतर भरपाई योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | हरियाणा सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | फसलों की उचित कीमत प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | subsidy.hortharyana.gov.in |
भावांतर भरपाई योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य किसानो को सरकार दवारा फसलों की उचित कीमत प्रदान करना है|
योजना के मुख्य पहलु
हमारे देश मे सबसे ज्यादा खेती की जाती है और बहुत से किसानो का जीवन भी खेती पर ही निर्भर करता है लेकिन बहुत से ऐसे किसान भी है जिन्हे अपनी फसल बाजार में बेचने पर सही दाम नहीं मिल पाता, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है इसी समस्या को देखते हुए हरियाणा सरकार दवारा भावांतर भरपाई योजना को शुरू किया गया है। जिसके ज़रिये हरियाणा के जिन किसानो को अपनी फसल बेचने पर नुकसान हुआ है राज्य सरकार द्वारा उसकी भरपाई की जाएगी| ताकि राज्य के किसान अच्छे से आगे खेती कर सकें और अपने और अपने परिवार का भरण पोषण करने मे सक्षम हो सके|
भावांतर भरपाई योजना (फसलें MSP और उत्पादन)
फसल | समर्थन मूल्य (प्रति क्विंटल में) | अनुसूचित उत्पादन (क्विंटल / एकड़) |
आलू | 500 | 120 |
प्याज | 600 | 100 |
टमाटर | 500 | 140 |
फूलगोभी | 600 | 100 |
किन्नू | 1100 | 104 |
गाजर | 700 | 100 |
मटर | 1100 | 50 |
अमरूद | —- | —- |
शिमला मिर्च | —- | —- |
बैंगन | —- | —- |
हरियाणा भावांतर भरपाई योजना में बाजरे की फसल को भी शामिल किया गया है
हरियाणा सरकार द्वारा बाजरे की फसल को भी भरपाई योजना में शामिल किया गया है। बाजरे की फसल पर भावांतरण प्रदान करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा। जिसमे बाजरे की औसतन बाजार भाव एवं MSP के अंतर को भावांतर माना जाएगा। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा । पंजीकरण होने के बाद ही किसानों का सत्यापन किया जाएगा| जिसमे सत्यापन के बाद किसानों को औसतन उपज पर 600/- रूपए प्रति क्विंटल भावांतर प्रदान किया जाएगा। सरकार द्वारा बाजरे के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2250/- रूपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। जिसमे से 25% उपज सरकारी एजेंसी द्वारा खरीदी जाएगी। यह निर्णय उपज भाव को बनाए रखने के लिए लिया गया है।
2 लाख 71 हजार किसानों ने किया बाजरे के लिए सफलतापूर्वक पंजीकरण
हरियाणा सरकार दवारा यह जानकारी प्रदान की गई है कि पड़ोसी राज्य राजस्थान एवं पंजाब में बाजरे की कोई भी MSP घोषित नहीं की गई है। जिसका अर्थ यह है कि उनके द्वारा बाजरे की खरीद नहीं की जाएगी। ऐसे में इन सभी राज्यों का बाजरा हरियाणा में आ सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत बाजरे की फसल को शामिल किया गया है। जिसमे केवल उन्हीं किसानों की फसल खरीदी जाएगी जो मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत होंगे।
इनमें से लगभग 8 लाख 65000 एकड़ भूमि पर बाजरा सत्यापित कर दिया गया है। बाजरे की खरीद करने के पश्चात ही किसानों के खाते में 600/- रूपए प्रति क्विंटल भावांतर औसतन उपज के अनुसार भुगतान किया जाएगा। जिसमे से मेरे फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर सत्यापित किसानों को ही यह भुगतान किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत पहले चरण में शामिल की गई फसलो के नाम
- चार फसलें – टमाटर, प्याज, आलू एवं फूलगोभी।
- चिन्हित फसलों का संरक्षित मूल्य एवं निर्धारित उत्पादन।
S. No. | फसल का नाम | संरक्षित मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल ) | निर्धारित उत्पादन (क्विंटल प्रति एकड़) |
सब्जियां | |||
1. | आलू | 500 | 120 |
2. | प्याज | 650 | 100 |
3. | टमाटर | 500 | 140 |
4. | फूलगोभी | 750 | 100 |
5. | गाजर | 700 | 100 |
6. | मटर | 1100 | 50 |
7. | शिमला मिर्च | 900 | 80 |
8. | बैंगन | 500 | 110 |
9. | भिंडी | 1050 | 70 |
10. | मिर्च | 950 | 70 |
11. | लौकी | 450 | 110 |
12. | करेला | 1350 | 40 |
13. | हल्दी | 1400 | 80 |
14. | पत्ता गोभी | 650 | 100 |
15. | लहसन | 2300 | 50 |
16. | मूली | 450 | 100 |
फल | |||
17. | अमरूद | 1300 | 70 |
18. | आम | 1950 | 50 |
19. | किन्नू | 1100 | 104 |
भावांतर भरपाई योजना के लिए पात्रता
- हरियाणा राज्य के स्थायी निवासी
- किसान वर्ग
भावांतर भरपाई योजना के लिए जरुरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- स्थायी प्रमाण पत्र
- फसलों का विवरण
- बीज वाली फसल का वर्णन
- बैंक खाता
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
भावांतर भरपाई योजना में पंजीकरण करने के लिए दिशा-निर्देश
- किसानो का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए|
- योजना का लाभ केबल किसानो को ही प्रदान किया जाएगा|
- योजना के अंतर्गत किसानो को बुवाई अवधि के दौरान बागवानी एक्सपोजर (BBY) ई-पोर्टल के माध्यम से मार्केटिंग बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना ज़रूरी होगा।
- प्रमाणित क्षेत्र से असंतुष्ट होने पर किसान द्वारा अपील दायर करने का प्रावधान होगा।
- निर्माता का नि: शुल्क पंजीकरण किया जाएगा।
- पंजीकरण केवल सुनिश्चित की गयी अवधि के दौरान ही खुला रहेगा।
- पंजीकरण की सुविधा सर्व सेवा केंद्र / ई-दिशा केंद्र / विपणन बोर्ड / बागवानी विभाग / कृषि विभाग और इंटरनेट कियोस्क पर उपलब्ध रहेगी ।
- पंजीकरण केवल तालिका में दर्शायी गई अवधि के लिए ही मान्य होगी।
- सत्यापन व अपील का विवरण तालिका में दर्शायी गई अवधि में होगा।
भावांतर भरपाई योजना के लिए पंजीकरण समय की अवधि
योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करने की निर्धारित की गयी समय की अवधि की सूची नीचे दी गई है|
भावांतर भरपाई योजना के लिए प्रोत्साहन प्राप्त करने की प्रक्रिया
- प्रोत्साहन के लिए जे-फार्म पर बिक्री अनिवार्य होगी।
- बिक्री के उपरांत बिक्री का विवरण BBY ई-पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, जिसके लिए प्रत्येक संबंधित मार्केट कमेटी के कार्यालय में सुविधा उपलब्ध होगी।
- बिक्री की अवधि के दौरान यदि फसल उत्पादन का थोक मूल्य संरक्षित मूल्य से कम मिलता है, तो भावांतर की भरपाई किसान को दी जाएगी।
- जे-फार्म पर बिक्री तथा निर्धारित उत्पादन प्रति एकड़ (जो भी कम होगा) को भाव के अंतर से गुना करने पर प्रोत्साहन देय होगा।
- बिक्री के 15 दिन की अवधि के अंदर प्रोत्साहन राशि किसान के आधार लिंक खाते में स्थानातरित कर दी जाएगी।
- औसत दैनिक थोक मूल्य मण्डी बोर्ड द्वारा चिन्हित मण्डियों के दैनिक भाव के आधार पर निर्धारित किया जाएगा।
भावांतर भरपाई योजना का आंकलन
- योजना को प्रभावी तौर पर लागू करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय एवं उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समितियों द्वारा समय-समय पर आंकलन किया जाएगा|
- अखबारो, डिजिटल सुविधाओं, गोष्ठिओं व किसान सम्मेलनों के माध्यम से योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा|
- योजना के लिए पर्याप्त धन राशि का भी प्रावधान होगा|
भावांतर भरपाई योजना के लाभ
- भावांतर भरपाई योजना का लाभ हरियाणा राज्य के किसानो को मिलेगा|
- योजना के जरिये राज्य के जिन किसानो को अपनी फसल को बाजार में बेचने पर कम कीमत मिलती थी। अब राज्य सरकार दवारा उन किसानो को फसल में हुए घाटे को कम करने के लिए मुहावजा के रूप में प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाएगी|
- इस योजना से किसानों को कृषि में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।
- भावांतर भरपाई योजना का लाभ किसानो को देने के लिए राज्य सरकार दवारा 10 फसलों को टमाटर, आलू, प्याज, फूलगोभी, किन्नू, गाजर, मटर, अमरूद, शिमला मिर्च, बैंगन आदि को शामिल किया गया है। जिनका समर्थन मूल्य किसानो को प्रदान किया जायेगा।
- योजना के तहत लाभार्थी दवारा आवेदन करने की सुनिश्चित की गयी अवधि के दौरान ई-पोर्टल पर अपना पंजीकरण किया जाएगा।
- जिन किसानो का प्ंजीकरण होगा, उन किसानो को ही योजना के तहत प्रोत्साहन राशि मिलेगी|
- लाभार्थीयों को दी जाने वाली ये राशि सीधे उनके बैंक खाते मे जमा की जाएगी|
- योजना का लाभ लेने के लिए उत्पादक को प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए अपने उत्पाद को बेचने पर “J Form” लेना अनिवार्य होगा।
भावांतर भरपाई योजना की मुख्य विशेषताएँ
- सब्जी काश्तकारों को जोखिम मुक्त करना।
- योजना के अंतर्गत उक्त चार फसलों पर रुपए 48000/ – से रुपए 56000/ – प्रति एकड़ आमदनी को सुनिश्चित करना।
- योजना के अंतर्गत चार सब्जियों (टमाटर, प्याज, आलू एवं फूलगोभी) के लिए संरक्षित मूल्य निर्धारित करना।
- मण्डी में निर्धारित अवधि के अन्दर सब्जी के कम दाम में बिकने पर किसानो को पंजीकृत करके संरक्षित मूल्य तक भाव के अंतर की सरकार द्वारा भरपाई करना।
- मण्डी में सब्जी व फल की कम कीमत के दौरान किसानों का निर्धारित संरक्षित मूल्य द्वारा ज़ोखिम को कम करना।
- कृषि में विविधिकरण के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना।
हरियाणा भावांतर भरपाई योजना के लिए कैसे करें आवेदन
- सवसे पहले लाभार्थीयों को अधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- अब आपको किसान प्ंजीकरण करें के विकल्प पे किलक करना होगा|
- अब आपके सामने आवेदन फार्म खुलके आएगा|
- यहाँ आपको दी गई सारी जानकारी दर्ज करने के बाद save बटन पे किलक करना है|
- उसके बाद आपको अपने सभी दस्तावेज़ों को अपलोड करना होगा|
- फिर आपको Submit के बटन पर क्लिक कर देना है । इस तरह आपका योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक पंजीकरण कर दिया जाएगा|
पंजीकृत किसानो का विवरण देखने की प्रक्रिया
- सवसे पहले लाभार्थीयों को अधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- अब आपको पंजीकृत किसान विवरण वाले विकल्प पे किलक करना होगा|
- उसके बाद आप अगले पेज मे आ जाओगे|
- इस पेज मे आपको farmer Id/ Mobile Number/ Aadhaar No. भरने के बाद Go बटन पे किलक कर देना है|
- जैसे ही आप Go बटन पे किलक करोगे तो आपके सामने अगले पेज मे किसान का विवरण आ जायेगा।
आशा करता हूँ आपको इस आरटीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आरटीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरूर करें|