|| Panchamrut Yojana | उत्तर प्रदेश पंचामृत योजना | Mukhyamantri Panchamrut Scheme |UP Panchamrut Yojana Online Registration | Application Form || उत्तर प्रदेश सरकार दवारा राज्य के किसानो की आय को दोगुना करने और उन्हे आत्म-निर्भर वनाने के लिए पंचामृत योजना को लागु किया गया है| जिसके जरिये गन्ने के उत्पादन लागत को कम किया जाएगा और पांच तकनीकों के माध्यम से उत्पादन व भूमि की उर्वरता को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा| जिससे किसानो को सीधा फायदा पहुंचेगा| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढ्ना होगा| तो आइए जानते हैं – पंचामृत योजना के वारे मे|
Panchamrut Yojana
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी दवारा राज्य मे गन्ने की उपज को वढाने और किसानो की सीथति मे सुधार लाने के लिए पंचामृत योजना को शुरू किया गया है| इस योजना के अंतर्गत प्रदेश मे गन्ना की बुवाई के लिए ट्रेंच प्रबंध, कचरा मल्चिंग, पेड़ी प्रबंध, ड्रिप सिंचाई और सह-फसल को शामिल किया गया है। इसलिए इसे पंचामृत नाम दिया गया है| पंचामृत में हर चीज का अपना लाभ है | इन पांचो विधियों से पानी की खपत 50 से 60 फीसद कम हो जाएगी तथा नमी बरकरार रहने से पौधों की पैदावार अच्छी होगी | इसके अलावा गन्ने की पराली के लिए अधिकतम उपयोग में लागत को कम किया जाएगा। किसानों को गन्ने की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा| इस योजना से किसानों को बाजार की मांग के अनुसार गन्ने के साथ-साथ तिलहन सब्जियां और दाल उगाने की भी अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही सरकार सुनिश्चित करेगी कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके और उनकी आय मे वढ़ोतरी लाई जा सके|
UP पंचामृत योजना के लिए किसानो का चयन
इस योजना के लिए प्रदेश में कुल 2028 किसानों को चयनित किया जाएगा। शरद ऋतु के मौसम से पहले भूखंड मॉडल विकसित किए जाएंगे। भूखंड का न्यूनतम क्षेत्र 0.5 हैक्टेयर होगा। मध्य और पश्चिम उत्तर प्रदेश की गन्ना विकास परिषद में कम से कम 15 भूखंडों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रत्येक 10 भूखंडों का चयनित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश खेत तालाब योजना
पंचामृत योजना का अवलोकन
योजना का नाम | पंचामृत योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | उत्तर प्रदेश सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | गन्ने का अधिक उत्पादन तथा किसानो की आय को दुगुना करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
मुख्यमंत्री पंचामृत योजना का उद्देश्य
गन्ने की उत्पादन लागत को कम करने के साथ-साथ पांच तकनीकों के माध्यम से उत्पादकता और भूमि की उर्वरता बढ़ाना है| इसके साथ ही किसानो की आमदनी मे भी वढ़ोतरी लाना है|
योजना के मुख्य पहलु
- UP पंचामृत योजना से गन्ने की खेती में नई तकनीक का प्रयोग किया जाएगा, जिससे गन्ने की उपज को बढ़ाने मे मदद मिलेगी|
- इस सीजन में बोई जाने वाली गन्ने के साथ धनिया, मटर, लहसुन, टमाटर, गेहूं सह-फसलों की खेती की जाएगी|
- ये योजना गन्ने के उत्पादन लागत को कम करेगी तथा पांच तकनीकों के माध्यम से उत्पादन और भूमि की उर्वरता बढ़ाने का प्रयास करेगी।
- गन्ने की बुवाई के लिए ट्रेंच प्रबंध, कचरा मल्चिंग, पेड़ी प्रबंध, ड्रिप सिंचाई और सह-फसल को शामिल किया गया है।
- इस योजना से पानी की बचत करना और गन्ने की पैराली और पत्तियों के माध्यम से लागत को कम किया जाएगा|
- एक से अधिक फसल की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा|
- इस योजना से खेतों में जो पत्तियों को जलाकर प्रदूषण होता है उसको नियंत्रित करने मे मदद मिलेगी|
उत्तर प्रदेश पंचामृत योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को उत्तर प्रदेश राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- लाभार्थी किसान होना चाहिए|
- किसान के पास खुद की जमीन होनी चाहिए|
उत्तर प्रदेश गोपालक योजना
UP पंचामृत योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जमीनी दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्वर
पंचामृत योजना के लाभ
- पंचामृत योजना को उत्तर प्रदेश के किसानो के कल्याण के लिए शुरू किया गया है|
- इस योजना के जरिये किसानों को दुगुना लाभ होगा पहला न्यूनतम लागत में अधिकतम उत्पादन होगा और दूसरा लाभ उत्पादन का उचित मूल्य मिलेगा|
- इस योजना के माध्यम से किसानों को गन्ने की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा|
- योजना के जरिये गन्ने का मूल्य गन्ने की खूबी के अनुसार बढ़ाया जाएगा।
- गन्ने की बुवाई के लिए प्रबंध, ड्रिप सिंचाई, कचरा तथा सह-फसल विधि को शामिल किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से पानी की बचत की जा सकेगी|
- कीटनाशकों के उपयोग से बचा जाएगा और गन्ने की पराली के लिए अधिकतम उपयोग में लागत को कम किया जाएगा।
- जो पत्ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जलाए जाते हैं, अब उनकी आवश्यकता नहीं होगी।
- इस योजना से गन्ने की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
- किसानो को आधुनिक कृषि करने में मदद मिलेगी|
- इस योजना के तहत विधियों के कार्यान्वयन के लिए जिलेवार अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किये जायेंगे|
- गावों में इस योजना की जागरूकता को अधिक से अधिक बढाने के लिए गन्ना विकास विभाग के अधिकारी गावों में जाकर इस योजना का प्रदर्शन करेंगे|
- पंचामृत विधा से जिन प्लाटों पर खेती की जाएगी उन्हें ही आदर्श मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
- योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन मोड के जरिये किए जा सकते हैं|
उत्तर प्रदेश अहिल्याबाई निशुल्क शिक्षा योजना
योजना की मुख्य विशेषताएँ
- किसानों की आमदनी को दुगुना करना
- किसानो को आत्म-निर्भर व सशक्त बनाना|
- गन्ने की उत्पादन लागत को कम करना
- किसानो को गन्ने की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना|
UP पंचामृत योजना के लिए कैसे करे आवेदन
जो लाभार्थी योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजार करना होगा| अभी योजना को शुरू करने की घोषणा की गई है| जैसे ही योजना के सवन्ध मे आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, तो हम आपको तुरंत सूचित कर देंगे|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरूर करे|