|| Gobardhan Scheme | गोवर्धन योजना | Registration & Application Form | Benefits & Eligibility || देश मे कृषि व्यवस्था मे सुधार लाने और किसानों के जीवन स्तर को वेहतर वनाने के लिए गोवर्धन योजना को लागु किया गया है| इस योजना के जरिए मवेशियों तथा जैविक अपशिष्ट से धन एवं ऊर्जा उत्पन्न करना है| जिससे ग्रामीण आजीविका के नवीन अवसर सृजित होंगे और किसानों तथा अन्य ग्रामीण व्यक्तियों के की आय में वृद्धि होगी| कैसे मिलगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – गोवर्धन योजना के वारे मे|
गोवर्धन योजना | Gobardhan Scheme
गोवर्धन योजना जिसका पूरा नाम Galvanizing Organic Bio-Agro Resources Scheme है। इस योजना के अंतर्गत कृषि करने वाले किसानों को लाभ प्राप्त होगा| जिसमे से 5 साल में किसानों को 1 लाख करोड़ रुपय तक कमाने का मौका मिलेगा। कृषि क्षेत्र और उसमें कार्य करने वाले किसानों के विकास के साथ भारती अर्थव्यवस्था को अधिक बढ़ावा देने के लिए इस योजना की पहल की गई है। जल शक्ति मंत्रालय और स्वच्छता विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण-चरण 2 के माध्यम से गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक जैव-कृषि संसाधन धन योजना को लागू किया गया है।
ये भी पढ़ें – नारी सममान योजना
500 नये कचरे से संपदा निर्माण करने वाले संयंत्रों की स्थापना की जाएगी| जिनमे से शहरी क्षेत्रों में 75 संयंत्रों समेत 200 संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र तथा 10,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 300 समुदाय या क्लस्टर आधारित संयंत्र, शामिल होंगे|
Overview of the Gobardhan Scheme
योजना का नाम | गोवर्धन योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत सरकार दवारा |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
प्रदान की जाने वाली सहायता | ग्रामीण आजीविका के नवीन अवसर सृजित करना एवं किसानों तथा अन्य ग्रामीण व्यक्तियों के लिए आय में वृद्धि करना है| |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफ़लाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | sbm.gov.in/gbdw20 |
Gobardhan Scheme का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य निवेश के साथ सर्कुलर अर्थव्यवस्था को वढावा देना है, और पात्र लाभार्थियों की आमदनी मे सुधार लाना है|
गोवर्धन योजना के लिए गोबर का किया जाएगा उत्पादन
गोवर्धन योजना के जरिए करीब 300 मिलियन टन गोबर का दैनिक उत्पादन किया जाता है। इस योजना से लोगों को गोबर और अन्य कचरें के प्रति जागरूक किया जा रहा है और बताया जा रहा है कि किस प्रकार इन सबको लोग आमदनी के जरिया बना सकते हैं। इसके साथ ही इसके माध्यम से गांवों, फसलों की पैदावार और पशुओं के स्वास्थ में सुधार किया जा रहा है। ये योजना न केवल कृषि करने वाले किसानों और पशुपालन करने वालों की फायदा नहीं पहुंचा रही बल्कि इसके माध्य्म से तेल कंपनियों को स्थिर ईंधन की अपूर्ति में भी सहायता मिलेगी |
PM गोवर्धन योजना के मुख्य बिन्दु
- गोवर्धन योजना से गाय के गोबर को आय आर्जन के लिए उपयोग का स्रोत बनाया जाएगा|
- गोवर्धन योजना के तहत 500 नये ‘कचरे से संपदा’ निर्माण करने वाले संयंत्रों की स्थापना की जाएगी| जिनमे से शहरी क्षेत्रों में 75 संयंत्रों सहित 200 संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र तथा 10,000 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ 300 समुदाय या क्लस्टर आधारित संयंत्र, शामिल होंगे|
- समुदाय में स्वच्छता को कायम रखा जाएगा।
- इस योजना से बायोगैस के संयंत्रों तक पशु अपशिष्ट का संग्रह कर नियमित रूप से इसकी अपूर्ति को बनाए रखने मे मदद मिलेगी। जिसकि दिशा में भारत सरकार कार्य कर रही है।
- गोवर्धन योजना 10,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ सर्कुलर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी|
- बॉयोगैस और वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर गोशलाओं की आय बढ़ाने की तैयारी की जाएगी|
गोवर्धन योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को देश का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- सभी वर्ग के नागरिक इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र हैं|
गोवर्धन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- स्थायी प्रमाण पत्र
- जमीनी दस्तावेज
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्वर
Gobardhan Scheme के लाभ
- देश के ग्रामीण क्षेत्रो मे रहने वाले किसान भाइयो को मिलेगा।
- योजना के जरिए पशुओं के मल, खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थ जैसे कि भूसा , पत्ते इत्यादि को कंपोस्ट, बायोगैस और बायो सीएनजी बनाने के लिए उपयोग किया जायेगा।
- किसानो से उनके पशुओ का गोबर और खेतो के ठोस अपशिष्ट पदार्थो को खरीदकर बायोगैस में परिवर्तित किया जायेगा।
- गांव के किसान अपने खेतों में इस ठोस कचरे और गोबर का उपयोग करेगें।
- ग्रामीण क्षेत्रो में गोबर से बायोगैस प्लांट व्यक्तिगत, सामुदायिक, सेल्फ हेल्प ग्रुप व गोशाला जैसे NGO के स्तर पर स्थापित किए जाएगें।
- इस योजना से किसानो दवारा अपने खेतों में खतरनाक जहरीली दवाइयों का छिडकाव नहीं किया जाएगा।
- इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रो मे स्वच्छता देखने को मिलेगी और किसान जागरुक होगें।
- महिलाए घर में जैविक इधन का इस्तेमाल करके स्वच्छ खाना बना सकेगी।
- गाँवो को खुले में शौच से मुक्त कराना है, ताकि गाँव में स्वच्छता बनी रहें ।
- गोबर-धन योजना को केंद्र सरकार व राज्य सरकार की और से संचालित किया गया है।
- योजना को शुरु करने के लिए देश के 115 जिलों की सूचि तैयार की गई है।
- केंद्र सरकार दवारा गांवों में विभिन्न स्वास्थ्य
- और कल्याण केंद्र खोलने, ग्रामीण व्यापार केंद्रों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार, गांवों और शहरों के बीच बेहतर संपर्क और उच्च शिक्षा के लिए केंद्र बनाए जाने का भी प्रावधान रखा गया है।
- योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी घर बैठे ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेगें।
GOBAR- Dhan Yojana की मुख्य विशेषताएं
- किसानो को आत्म-निर्भर व सशक्त वनाना
- फसलों में जहरीली दवाइयों के छिड़काव को रोकना
- जैविक खाद और उर्वरक का इस्तेमाल करके फसल की पैदावार मे वढोतरी लाना
- महिलाओं को रसोई गैस की उपलब्धता में आसानी होगी
- योजना को स्वच्छ भारत मिशन के तहत जोडा गया है।
- हर परिवार स्वस्थ रहेगा।
- ग्रामीण क्षेत्रो का विकास होगा।
- किसानो की आय मे होगी वढोतरी
- वायु प्रदूषण मे कमी आएगी
Gobardhan Scheme के लिए आवेदन कैसे करें
- सवसे पहले लाभार्थी को अधिकारिक वेब्साइट पे जाना है।
- अब आपको आवेदन करने के लिए रजिस्ट्रेशन बटन पे किल्क करना है।
- यहां किल्क करने के बाद आप अगले पेज मे आ जाओगे।
- आपको इस पेज मे दी गई सारी जानकारी भरनी होगी।
- सारी प्रक्रिया होने के बाद आपको अंत मे सबमिट बटन पे किल्क कर देना है।
- यहां किल्क करने के बाद आपके दवारा योजना के लिए पंजीकरण सफलतापूर्वक कर दिया जाएगा।
लॉगिन कैसे करें
- सवसे पहले लाभार्थी को अधिकारिक वेब्साइट पे जाना है।
- यहां आपको लॉगिन वाले बटन पे किल्क करना है।
- लॉगिन बटन पे किल्क करते ही आप अगले पेज मे आ जाओगे।
- यहां आपको User Name / Password/ capcha code भरने के बाद लॉगिन कर देना है।
- इस तरह आपके दवारा लॉगिन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।