|| इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना | Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana | राजस्थान इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना | Mukhyamantri Indira Gandhi Matritva Poshan Scheme | Apply Online | Registration Form || राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दवारा महिलाओं को सशक्त व आत्म-निर्भर वनाने के लिए इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को लागु किया गया है। जिसके जरिए दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी महिलाओं और बच्चो के स्वास्थय का ध्यान रखने हेतु राज्य सरकार दवारा आर्थिक सहायता उपलव्ध करवाई जाएगी। कैसे मिलेगा योजना का लाभ और आवेदन कैसे किया जाएगा। ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के वारे मे।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana
राजस्थान सरकार दवारा महिला सशकितकरण को वढावा देने और उन्हे आर्थिक सहायता उपलव्ध करवाने के लिए इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना को शुरु किया गया है। योजना के तहत दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी महिलाओं को 6000 रूपए की आर्थिक सहायता उपलव्ध करवाई जाएगी। सरकार दवारा मिलने वाली इस सहायता राशि से महिलाओं और बच्चो के स्वास्थय का ध्यान रखा जाएगा। इस योजना से गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं तथा तीन वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ व पोषण की स्थिति में सुधार लाया जाएगा। जिससे माताओं और बच्चो को उचित पोषण मिलने से उनका स्वास्थय वेहतर होगा और वे कुपोषण का शिकार नहीं होगें। इस योजना से प्रतिवर्ष 77000 से अधिक महिलाएं लाभान्वित होगीं। योजना के कार्यावन के लिए सरकार दवारा सालाना 43 करोड़ रु. खर्च किए जाएगें। ये योजना मातृ एवं शिशु पोषण संकेतकों पर बनी रैंकिंग के आधार पर 4 अत्यधिक पिछड़े जिलों उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर व प्रतापगढ़ में शुरू की गई है। बाद में इसका विस्तार करने के लिए इसे चरणबद्ध रूप से पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा ।
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योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना में दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी महिलाओं को पांच चरणों में 6000/- रूपए की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाएगी।
- पहली किश्त 1000 रूपए गर्भावस्था जांच और पंजीकरण होने पर,
- दूसरी किश्त 1000 रूपए कम से कम दो प्रसव पूर्व जांचें पूरी होने पर,
- तीसरी किश्त 1000 रूपए संस्थागत प्रसव होने पर,
- चौथी किश्त 2000 रूपए बच्चे के जन्म के 105 दिन तक सभी नियमित टीके लगने तथा बच्चे का जन्म पंजीकरण होने पर
- पांचवी एवं आखिरी किश्त 1000 रूपए दंपती की दूसरी संतान पैदा होने के तीन माह के भीतर परिवार नियोजन के साधन अपनाने पर दी जाएगी।
योजना का कार्यान्वयन
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना मे राजस्थान सरकार के तीन विभागो का योगदान है।
- खान और भूविज्ञान विभाग :- योजना के जरिए इस विभाग के अधीन जिला खनिज फांउडेशन ट्रस्ट खनन प्रभावित क्षेत्रो मे बाल बिकास के लिए वित्त पोषण किया जाएगा।
- महिला और बाल-विकास विभाग :– ये विभाग आंगनबाडी केंद्रो दवारा योजना का कार्यान्वयन करेगा।
- चिकित्सा, स्वास्थय और परिवार कल्याण विभाग :- योजना के जरिए इस विभाग के ANM और आशा लाभार्थीयो को उचित पोषण और शिशु की देखभाल संवधी परामर्श दिया जाएगा।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य
मातृत्व पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती माता और वच्चे के स्वास्थय का ध्यान रखने के लिए दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी महिलाओं को राज्य सरकार दवारा आर्थिक सहायता उपलव्ध करवाना है।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana के लिए पात्रता
- राजस्थान राज्य के स्थायी निवासी
- दूसरी वार जन्म देने वाली गर्भवती महिलाएं
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- बैंक खाते या पोस्ट ऑफिस खाते की पासबुक की फोटो कॉपी
- PHC या सरकारी अस्पताल से जारी स्वास्थ्य कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्वर
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लाभ
- इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना का लाभ दूसरी वार जन्म देने वाली गर्भवती महिलाओं को मिलेगा।
- योजना के जरिए लाभार्थी महिलाओं और वच्चो के स्वास्थय का ध्यान रखने के लिए राज्य सरकार दवारा आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- दूसरी संतान के जन्म पर लाभार्थी महिलाओं को पांच चरणों में 6000/- रूपए की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते मे ट्रांसफर की जाएगी।
- सहायता राशि मिलने से लाभार्थी माता और वच्चो को उचित आहार मिलेगा।
- इस योजना से राज्य मे कुपोषण जैसी महामारी पर लगाम लगेगी।
- इस योजना से प्रतिवर्ष 77000 से अधिक महिलाओं को लाभ मिलेगा।
- योजना का विस्तार करने के लिए इसे पूरे प्रदेश मे लागु किया जाएगा।
- इस योजना के चलते राज्य के सभी परिवार की महिलाएं स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकेगी।
- महिला सशक्तीकरण को वढावा मिलेगा।
Indira Gandhi Matritva Poshan Yojana की मुख्य विशेषताएं
- राज्य सरकार दवारा मिलेगी सहायता
- योजना से लाभार्थी का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- माता-वच्चो के स्वास्थय का ध्यान रखा जाएगा
- लाभार्थीयो को आत्म-निर्भर व जागरुक वनाया जाएगा
- कुपोषण को खत्म करेगी।
इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना के लिए कैसे करें आवेदन
- योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को योजना संवधित कार्यालय मे जाना है।
- योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और कागज रहित होगी।
- लाभार्थी को केवल एक वार अपने पासबुक और आधार कार्ड की फोटो कॉपी जमा करवानी होगी।
- पंजीकरण के प्रत्येक चरण के 30 दिन के भीतर लाभार्थी को किस्त मिल जाएगी।
- योजना की शर्तो का पालन करने के लिए लाभार्थी की जानकारी IGMPY एप मे पंजीकृत की जाएगी।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।