राजस्थान सरकार दवारा राज्य के किसानो को आत्म-निर्भर वनाने और उनकी आय मे वढ़ोतरी लाने के लिए किसान पोंड फार्म योजना को लागू किया गया है| जिसके माध्यम से किसानों को अपने खेतों में तालाब (खेत तलाई) खुदवाने पर सरकार दवारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है| जिससे किसानों को कृषि सिंचाई करने में राहत मिलेगी और वे समय पर अपने खेतों को पानी दे सकेंगे| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढ्ना होगा| तो आइए जानते हैं – राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना के वारे मे|
Rajasthan Kisan Pond Farm Yojana
राजस्थान के किसानो के कल्याण के लिए राज्य सरकार दवारा किसान पोंड फार्म योजना को शुरू किया गया है| जिसके अंतर्गत किसान बरसात के पानी को सुरक्षित रख सकेंगे, ताकि इसका उपयोग सिंचाई के लिए किया जा सकेगा| इस योजना के लिए राज्य सरकार दवारा किसानो को सहयोग दिया जाता है| जिसमे से किसानों को कच्चे खेत तालाब पर लागत या 50% अधिकतम 63,000/- रूपए और प्लास्टिक लाइनिंग वाले पर अधिकतम 90,000/- रुपये तक की राशि दी जाती है| लाभार्थीयों को दी जाने वाली राशि उनके बैंक अकाउंट मे सीधे जमा की जाएगी| इस योजना से किसान ज्यादा से ज्यादा कृषि करने के लिए प्रोत्साहित होगें, जिससे सिंचाई क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और उनके जीवन स्तर मे भी सुधार आएगा|
किसान पोंड फार्म योजना के मुख्य पहलु
राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना के तहत किसानों को अपने खेतों में बारिश का पानी एकत्र कर पौण्ड (तालाब) बनवाना होता है, ताकि कृषि कार्य में उस पानी का उपयोग किया जा सके| इस कार्य के लिए किसान को सरकार द्वारा 63,000/- से 90,000/- रुपए तक की मदद दी जाती है|
इस योजना के तहत 2 तरह से लाभार्थी को सहयोग मिलता है| एक तो कच्चा तालाब, जिसमें से करीब 1200 घनमीटर तक पानी एकत्रित किया जा सकता है| इसके अलावा, दूसरा ऐसा तालाब, जिसे किसान द्वारा तैयार किया जाता है, और इसमें बारिश का पानी उपयोग करने के लिए उसे लंबे समय तक सहेजा जाता है|
इस सुविधा से अब किसानों को खेतो में सिंचाई (Irrigation) करने के लिए पानी के संकट (Water Crisis) से नहीं जूझना होगा|
राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना का अवलोकन
योजना का नाम | किसान पोंड फार्म योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | राजस्थान सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
प्रदान की जाने वाली सहायता | पात्र लाभार्थीयों को खेतों में तालाब (खेत तलाई) खुदवाने पर आर्थिक मदद उपलव्ध करवाना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | rajkisan.rajasthan.gov.in |
Kisan Pond Farm Scheme – समय अवधि
- कार्य पूर्ण होने के उपरान्त 30 दिन मे निस्तारण करना होगा।
राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना – लाभ प्राप्ति का स्त्रोत
- जिला स्तरीय संबंधित कृषि कार्यालय
Kisan Pond Farm Yojana का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को वर्षा का जल संरक्षण व उसको सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनुदान प्रदान करना है|
किसान पोंड फार्म योजना के लिए पात्रता
- आवेदक राजस्थान राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- लाभार्थी किसान होना चाहिए|
- आवेदक के पास खुद की जमीन होनी चाहिए| जिसमे से किसान के पास कम से कम 0.5 हेक्टेयर तक की भूमि होना चाहिए।
- वे संस्थान और लाभार्थी भी इस योजना के लाभ के पात्र हैं जो कम से कम सात वर्षों से लीज़ अग्रीमेंट के तहत उस भूमि पर खेती कर रहें हैं ।
राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जनाधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- भामाशाह कार्ड
- खेत की जमाबंदी
- खेत का नक्शा
- बैंक खाता संख्या
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्वर
मुख्यमंत्री किसान पोंड फार्म योजना के नियम व शर्ते
- किसान को कम से कम 400 घन मीटर या इससे अधिक आकार के फार्म पॉन्ड पर निर्माण कार्य करने पर अनुदान देय होगा|
अनुदान की राशि निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होगी। - फार्म पॉन्ड की लंबाई चौड़ाई खेत के आकार के अनुसार निर्धारित की जा सकती है, लेकिन इसकी गहराई 3 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए।
- पथरीले क्षेत्र जहां खुदाई संभव नहीं है वहां उपनिदेशक कृषि की अध्यक्षता में गठित कमेटी के आधार पर 2 मीटर गहराई पर ही अनुदान देय होगा।
- किसी भी ट्रस्ट/सोसाइटी/स्कूल/कॉलेज/मंदिर/धार्मिक संस्थान आदि को उक्त योजनान्तर्गत लाभान्वित नहीं किया जाएगा।
- फार्म पॉन्ड का निर्माण घनी आबादी और सड़क के किनारे से कम से कम 50 फीट की दूरी पर होना चाहिए, जिसमे बोर्ड पर लाल स्याही से सावधान आगे गहरा गड्ढा है इस तरह से अंकित होना चाहिए।
- प्लास्टिक सीट वाले फार्म पॉन्ड पर 90,000/- रुपये तक का अनुदान देय है, जिसके लिए 500, 300 या 250 माइक्रोन की सीट जिसका BSI नम्बर विभाग की गाइडलाइंस के अनुसार होना जरूरी है।
राजस्थान किसान पोंड फार्म योजना के लाभ
- किसान पोंड फार्म योजना का लाभ राज्य के किसानो को प्रदान किया जाता है|
- योजना के तहत लाभार्थीयो को खेत में तालाब खुदवाने के लिए सरकार दवारा 63 हजार से 90 हजार रुपये तक का अनुदान मिलता है।
- लाभार्थीयों को मिलने वाली अनुदान की राशी उनके बैंक खाते मे स्थानातरित की जाती है|
- जिसके तहत किसान अपने खेत में तालाब खुदवाकर बारिश का पानी इकट्ठा कर सकते हैं।
- इस योजना से किसानो को खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा|
- ये योजना किसानो के जीवन स्तर को वेहतर वनाएगी|
- अब किसानो को खेतो मे पानी न मिलने की समस्या से निजात मिलेगी|
- किसान जब चाहे अपने खेतो मे पानी दे सकेंगे|
- इस सुविधा से किसानो की फसलो की पैदावार वढ़ेगी|
- जिससे किसानो को अधिक मुनाफा होगा|
मुख्यमंत्री किसान पोंड फार्म योजना की मुख्य विशेषताएँ
- सूखे से निपटना, तथा बारिश के वक्त तालाब में पानी को संचित करके रखा जा सके
- किसानों की आय दोगुनी करना तथा फसल को उपजाऊ बनाना
- रोजगार के नए अवसर पैदा करना
- सहायता राशि के तहत कृषि को प्रोत्साहित करना|
किसान फार्म पोंड योजना के लिए कैसे करे आवेदन
योजना के लिए आवेदन कई तरीको से किया जा सकता है| जिसका विवरण नीचे दिया गया है| आवेदक दवारा आवेदन करने की प्रक्रिया को स्टेप वाई स्टेप वताया गया है, ताकि योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक आवेदन कर उसका लाभ लीआ जा सके|
ऑनलाइन आवेदन
- सवसे पहले पात्र लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको किसान वाले सेकशन मे जाकर खेत तलाई के विकल्प का चयन करना है|
- अब आपको “आवेदन करने के लिए यहाँ किलक करे” वाले विकल्प पे किलक कर देना है|
- उसके बाद आपको SSO आईडी / जनाधार आईडी का उपयोग करके लॉगिन कर लेना है|
- लॉगिन करने के बाद आपके सामने आवेदन फार्म खुलके आएगा| जिसे आपको ध्यान पूर्वक भरना है|
- फिर आपको जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे|
- सारी प्रक्रिया होने के बाद आपको अंत मे सबमिट के बटन पे किलक कर देना है|
- इस तरह आपके दवारा योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक ऑनलाइन आवेदन कर दिया जाएगा|
ऑफलाइन आवेदन
- सवसे पहले पात्र लाभार्थी को दिए गए लिंक पे किलक करना है|
- जैसे ही आप इस लिंक पे किलक करोगे तो आपके सामने Application Form PDF मे खुलके आएगा|
- अब आपको ये फार्म डाउनलोड कर लेना है, फिर इसका आपको प्रिंट आउट लेना होगा|
- उसके बाद आपको इस फार्म मे दी गई जानकारी सावधानीपूर्वक भरनी है, और आवश्यक दस्तावेज फार्म के साथ अटैच कर लेने हैं|
- सारी प्रक्रिया होने के बाद आपको अंत मे ये फार्म सवन्धित कार्यालय मे जाकर जमा करवा देना है|
- इस तरह आपके दवारा योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक ऑफलाइन आवेदन कर दिया जाएगा|
ई-मित्र के माध्यम से आवेदन
- आवेदक दवारा योजना के अंतर्गत आवेदन ई-मित्र केंद्र के माध्यम से भी किया जा सकता है|
- जिसमे से आवेदक को योजना का लाभ लेने के लिए ई-मित्र केंद्र जाना होगा|
- उसके बाद आपको वहाँ का अधिकारी योजना के तहत फार्म भरेगा|
- अब आपसे आवश्यक दस्तावेजो को मागा जाएगा, इन दस्तावेजों को अधिकारी दवारा साइट के जरिए अपलोड किया जाएगा|
- उसके बाद आपके भरे हुए फार्म की जांच की जाएगी, फिर अधिकारी दवारा फॉर्म को सबमिट कर दिया जाएगा|
- सारी प्रक्रिया होने के बाद अधिकारी दवारा आपको रसीद दी जाएगी, जिसे आपको संभाल के रखना होगा|
- इस कार्य को करने के लिए अधिकारी को आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा|
- इस तरह ई-मित्र के माध्यम से आप योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक आवेदन कर सकेंगे|
ग्राम पँचायत स्तर के माध्यम से आवेदन
इस योजना के लिए आवेदन ग्राम पँचायत स्तर के माध्यम से भी किया जा सकता है| जिसमे लाभार्थी को ग्राम पँचायत कृषी पर्यवेक्षक के पास जाना है और योजना के अंतर्गत आवेदन फार्म को भरवा लेना है| इस तरह आप ग्राम पँचायत स्तर के माध्यम से भी योजना के तहत आवेदन कर सकोगे|
आवेदन करने के बाद होगी भूमि की जांच
आवेदन करने के बाद संबंधित क्षेत्र के पटवारी तथा राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा संबंधित भूमि का जायजा लिया जाएगा, तथा इस बात की पुष्टि की जाएगी, की क्या सच में वहां कोई तालाब यह तलाई बनी है जिसका उपयोग कृषि योग्य भूमि की सिंचाई के लिए किया जाना है| अगर ऐसा होता है तो ही कृषक को इसके लिए प्राप्त लाभ राशि सरकार द्वारा स्वीकृत कर दी जाएगी|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरूर करे|