|| उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना | Production Linked Incentives Scheme | PLI Scheme Apply Online | Application Form || मेक इन इंडिया को गति प्रदान करने और देश को आत्म-निर्भर वनाने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना को लागु किया गया है। जिसके जरिए देश मे घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार उपलव्ध होगें, विदेशी कंपनिया भारत मे निर्यात करेंगी। कैसे मिलेगा लाभ और आवेदन कैसे किया जाएगा। इसके लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के वारे मे।
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना | Utpadan Adharit Protsahan Yojana
घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए और देश को आत्म-निर्भर वनाने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI) को शुरु किया गया है। जिसके तहत देश के विभिन्न उत्पादन सेक्टरों को धनराशि उपलव्ध करवाने के लिए अगले 5 सालो में 02 लाख करोड़ रुपए 10 प्रमुख क्षेत्रों पर खर्च किए जाएंगे, ताकि वे अपने कारोबार को आगे बढ़ा सके। इस योजना के जरिए देश मे रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, विदेशी कंपनियां भी भारत में उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित होंगी। इससे निर्यात बढ़ेगा, आयात में कमी आएगी और देश की इकोनॉमी बेहतर होगी। योजना को गति प्रदान करने के लिए 1,45,980 करोड़ रुपए खर्च किए जाएगें। जिससे आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा और 25 फ़ीसदी कॉरपोरेट टैक्स रेट में भी कटौती की जाएगी।
उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन | Production Linked Incentives (PLI Scheme)
केंद्रीय मंत्रिमंडल दवारा भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने और निर्यात मे वढोतरी करने के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (Production Linked Incentives) योजना को मंजूरी दी गई है। जिससे भारतीय निर्माताओं को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा। इस योजना से आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ोतरी मिलेगी और वेरोजगारी दर मे भी गिरावट आएगी।
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत सरकार दवारा |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
प्रदान की जाने वाली सहायता | घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और इकोनॉमी को बेहतर वनाना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट |
PLI योजना के मुख्य बिन्दु
- उत्पादनआधारित प्रोत्साहन योजना एक आउटलुक बेस्ड योजना है, जिसमें कोई भी उद्यमी, निर्माता या उत्पादक मोटे अनाजों से खाद्य उत्पाद बनाता है तो उसे सरकार दवारा निर्धारित प्रोत्साहन राशि दी जाती है| इस योजना का मेन फोकस मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ाना है|
- इस योजना से मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत कैंपेन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे स्व-रोजगार के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हो सकेगा|
- यह योजना 5 साल के लिए चलाई गई है, जिसके तहत यदि मोटे अनाजों के खाद्य उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया गया है तो लाभार्थी को सरकार दवारा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी|
- इस योजना का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर किसानों को भी फायदा पहुचेगा| जिससे भारत को फूड हब के तौर पर रिप्रेजेंट करने में मदद मिलेगी|
- इस साल इस योजना का मेन फोकस तमाम फूड प्रोडक्ट्स में पोषक अनाजों को शामिल करके और इसकी मार्केटिंग को बढ़ाने पर रहेगा|
- इस योजना में पोषक अनाजों के ‘रेडी टू कुक’ और ‘रेडी टू ईट’ प्रोडक्ट्स शामिल किए जाएंगे|
- ये योजना फूड प्रोसेसिंग यूनिट मददगार साबित होगी, क्योंकि इन यूनिट्स में मिलिट्स से तमाम फूड प्रोडक्ट्स बनाए जा सकते है, जिन्हें लोग अपनी जीवनशैली में शामिल करेंगे|
- इस योजना के लाभार्थी बन जाने के वाद पहले साल में मिलिट्स के उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने पर 10-10 प्रतिशत और फिर 8 प्रतिशत इंसेंटिव दिया जाएगा|
PLI योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देकर वेरोजगारी दर को कम कर देश की इकोनॉमी को बेहतर वनाना है।
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत शामिल किए गए सेक्टर
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत 10 सेक्टर शामिल किए गए हैं जो इस प्रकार है:-
- एडवांस केमिकल सेल बैटरी
- इलेक्ट्रॉनिक एंड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स
- ऑटोमोबाइल और ऑटो कॉम्पोनेंट्स
- फार्मास्यूटिकल ड्रग्स
- टेलीकॉम एंड नेटवर्किंग प्रोडक्ट
- टेक्सटाइल उत्पादन
- फूड प्रोडक्ट्स
- सोलर पीवी माड्यूल
- व्हाइट गुड्स
- स्पेशलिटी स्टील
PLI योजना के अंतर्गत प्रत्येक क्षेत्र के बजट का विवरण
योजना के अंतर्गत जो 10 क्षेत्र शामिल किए गए हैं, जिनमे प्रत्येक क्षेत्र के बजट का विवरण इस प्रकार है –
क्षेत्र | बजट |
एडवांस केमिस्ट्री सेल बैटरी | 18,100 करोड़ रुपये |
इलेक्ट्रॉनिक एंड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट | 5000 करोड़ रुपये |
ऑटोमोबाइल और ऑटो कॉम्पोनेंट्स | 57,042 करोड़ रुपये |
फार्मास्यूटिकल ड्रग्स | 15000 करोड़ रुपये |
टेलीकॉम एंड नेटवर्किंग प्रोडक्ट | 12,195 करोड़ रुपये |
टेक्सटाइल उत्पाद | 10,683 करोड़ रुपये |
फूड प्रोडक्ट्स | 10,900 करोड़ रुपये |
सोलर पीवी माड्यूल | 4500 करोड़ रुपये |
व्हाइट गुड्स | 6,238 करोड़ रुपये |
स्पेशलिटी स्टील | 6,322 करोड़ रुपये |
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लाभ
- उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के माध्यम से घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
- योजना का लाभ रेफ्रजरेटर, वाशिंग मशीन जैसे उत्पाद, औषधि, विशेष प्रकार के इस्पात, वाहन, दूरसंचार, कपड़ा, खाद्य उत्पाद, सौर फोटोवोल्टिक और मोबाइल फोन बैटरी जैसे उद्योगों में निवेशकों को प्राप्त होगा।
- इस योजना से मेक इन इंडिया को गति प्रदान होगी।
- योजना का बजट अगले 5 साल के लिए 2 लाख करोड़ रुपए तय किया गया है।
- इस योजना के जरिए 10 प्रमुख क्षेत्रों पर यह धनराशि खर्च की जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत आने वाले सेक्टरों को आगे बढ़ाने के लिए धन राशि भी प्रदान की जाएगी।
- इस योजना से आयात में कमी आएगी और निर्यात मे वढोतरी देखने को मिलेगी।
- इक्नॉमी बेहतर बनेगी।
- इस योजना से बेरोजगारी दर में गिरावट आएगी, तथा रोजगार के अवसर सृजित होगें।
- योजना के माध्यम से 25 फ़ीसदी कॉरपोरेट टैक्स रेट में भी कटौती आएगी।
- इस योजना के अंतर्गत GDP का 16 फ़ीसदी योगदान होगा।
- इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी गति मिलेगी।
- भारत एशिया का वैकल्पिक वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बन जाएगा ।
PLI योजना की मुख्य विशेषताएं
- उत्पादन मे वढोतरी होगी
- देश मे रोजगार सृजित होगें।
- भारत की इकोनॉमी मजबूत वनेगी।
- विदेशी कंपनियां भारत में उत्पादन करेगीं
- निर्यात वढेगा
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लिए पात्रता
- देश के स्थायी निवासी
- सभी वर्ग के लोग
- वेरोजगार युवा
PLI योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- विनिर्माण प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लिए कैसे करें आवेदन
- योजना के लिए लाभार्थी आधिकारिक वेबसाइट पे जाकर आवेदन कर सकते हैं|
- जिसके लिए लाभार्थी को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा|
- उसके बाद ही उन्हे योजना का लाभ मिलेगा|
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।