|| उत्तराखंड घस्यारी कल्याण योजना | Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana | Ghasyari Kalyan Yojana Online registration | घस्यारी कल्याण योजना | Application Form ||
उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य मे पशुओं और पशुपालको का ध्यान रखने के लिए घस्यारी कल्याण योजना को लागू किया गया है| जिसके जरिये पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करबाने के लिए पशु आहार के वैक्यूम बैग दिए जाते हैं| ताकि पशुओ के स्वास्थय का पूरा ख्याल रखा जा सके| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढ्ना होगा| तो आइए जानते हैं – मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के वारे मे|
Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana
उत्तराखंड सरकार द्वारा पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाने और पशुपालको की सीथति को वेहतर वनाने के लिए घस्यारी कल्याण योजना को शुरू किया गया है| जिसके जरिये राज्य के पशुपालकों को पशु आहार के वैक्यूम बैग उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह बैग 25 से 30 किलो के होंगे। इस योजना से प्रदेश के पशुपालकों को पशु आहार प्राप्त करने के लिए अब कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। क्योंकि सरकार दवारा ही पशु आहार उपलब्ध करवाए जाएंगे| ताकि प्रदेश के पशुओं के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्ता युक्त चारा उपलब्ध करवाया जा सके। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों की पशुपालन में रूचि को भी इस योजना से वढाया जाएगा। यह योजना पशुओं के स्वास्थ्य को सुधारने में कारगर साबित होगी। जिससे पशुपालकों की आय में वृद्धि की जा सकेगी। घस्यारी कल्याण योजना के माध्यम से पशुपालकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा और दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 % की वृद्धि देखने को मिलेगी। इस योजना के माध्यम से पशुपालकों के समय और श्रम की भी बचत होगी जिसको अन्य आय अर्जित करने वाले कार्यों में लगाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के मुख्य पहलु
- घस्यारी कल्याण योजना पशुओं के लिए पौष्टिक और गुणवत्तायुक्त चारा उपलब्ध करवाने के लिए चलाई गई है।
- इस योजना से 7,771 केंद्रों के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति की जाएगी।
- इन क्षेत्रों में पशुपालकों को पैक्ड सिलेज और कुल मिश्रण राशन (TMR) प्रदान किया जाएगा।
- उन महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत होगी, जिन्हें जंगल से चारा इकट्ठा करते समय कष्टों और खतरों का सामना करना पड़ता था|
- इसके अलावा ये योजना पशुपालको के जीवन स्तर को भी वेहतर वनाती है|
- इस योजना से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी होगी और पर्वतीय कृषक पशुपालन की तरफ आकर्षित होंगे।
- पशुओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकेगा।
- दुग्ध उत्पादन में लगातार आ रही कमी को भी इस योजना के जरिये दूर किया जा सकेगा|
योजना के मुख्य तथ्य
घस्यारी कल्याण योजना के तहत ग्रामीणों को 3 रूपए प्रति किलो की दर से पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 16.78 रूपए करोड़ को भी मंजूरी दे दी है। घस्यारी योजना के तहत दिए जाने वाले पशु चारे को 7,771 केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें होम डिलीवरी की व्यवस्था भी सुचारु रूप से होगी। पहले इस पशु चारे का दाम 15 रूपये पार्टी किलो था जिसे अब घटा कर 3 रूपये कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना पर कितना आएगा व्यय
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना (NCDC) की सहायता से सुचारु किया जा रहा है। जिसकी उत्पादन लागत पर होने वाले व्यय को 19 करोड़ 6 लाख 50 हजार आँकी गया है। वहीं सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्लांट एंड मशीनरी और अन्य व्यय पर 1306.50 लाख रुपये का अनुमान लगाया गया है। जिसके लिए 50% खर्च राज्य सरकार दवारा और शेष 50% राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के तहत किया जाएगा|
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का उद्देश्य
घस्यारी कल्याण योजना का मुख्य उद्देश्य पशुओं के लिए पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध करवाकर पशुपालको के जीवन स्तर मे सुधार लाना है|
घस्यारी कल्याण योजना के लिए पात्रता
- उत्तराखंड राज्य के स्थाई निवासी
- आवेदक पशुपालक होना चाहिए।
- आवेदक के पास दुधारू पशु होना चाहिए।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय का प्रमाण
- आयु का प्रमाण
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के लाभ
- उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का शुभारंभ पशुओं की देखरेख के लिए गया है|
- जिसके माध्यम से पशुपालकों को सरकार दवारा पशु आहार के वैक्यूम बैग उपलब्ध करवाए जाएंगे।
- इन बैगो का वजन 25 से 30 किलो का होगा|
- इस योजना के शुरू होने से अब पशुपालकों को पशु आहार प्राप्त करने के लिए कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। क्योंकि सरकार द्वारा ही पशु आहार उपलब्ध करवाए जाएंगे|
- इस योजना के जरिये पशुओं के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्ता युक्त चारा उपलब्ध करवाया जा सकेगा|
- पशुओ को उचित आहार मिलने से दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार आएगा और दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फ़ीसदी तक की भी वढ़ोतरी होगी।
- इस योजना के जरिये पशुपालकों के समय और श्रम की भी बचत होगी।
- अब पर्वतीय क्षेत्र के किसानो की पशुपालन में रूचि भी इस योजना से वढ़ेगी|
- इस योजना से पशुपालकों की आय में वढ़ोतरी होगी|
- दुग्ध उत्पादन में कमी को दूर करने में भी ये योजना कारगर साबित होगी।
- पशुओं को चारा लेने के लिए पशुपालको को अब जंगल में भटकना नहीं पड़ेगा।
- पशु स्वास्थ्य और दूध की उपज में दोहरा लाभ होगा।
- 2000 से अधिक किसान परिवारों को उनकी जमीन के 2000 एकड़ से अधिक मक्का की सामूहिक सहकारी खेती से जोड़ा जाएगा। मक्का उगाने वाले किसानों को उचित मूल्य प्रदान करने की व्यवस्था की गई है।
- मवेशी भी अपने पशुओं के लिए पौष्टिक चारा प्राप्त कर सकेंगे|
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना की मुख्य विशेषताएँ
- चारे के लिए महिलाओं की जंगल पर निर्भरता को कम करना।
- महिलाओं की जंगली जानवरों और दुर्घटना से होने वाली शारीरिक क्षति का निवारण करना ।
- पशुओं को पौष्टिक एंव स्वस्थ्य आहार उपलब्ध करवाना, ताकि पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सके|
- फसल के अवशेषों को जलाने के कारण होने वाले पर्यावर्णीय दुष्परिणामों को कम करना।
- फसल के अवशेषों और फारेज (forage) को वैज्ञानिक संरक्षण द्वारा चारे की कमी को दूर करना।
- कृषकों की आय मे बढ़ोतरी लाना ।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के लिए कैसे करें आवेदन
जो लाभार्थी योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजार करना होगा| क्योंकि अभी सरकार दवारा योजना की शुरुआत की गई है| जैसे ही योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, तो हम आपको जल्द सूचित कर देंगे|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेट और लाइक जरूर करें|
Last Updated on January 15, 2022 by Abinash