उत्तराखंड पशु सखी योजना | ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Application Form | चयन प्रक्रिया व कार्य

उत्तराखंड पशु सखी योजना | ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Application Form | चयन प्रक्रिया व कार्य | उत्तराखंड सरकार ने राज्य की महिलाओं और ग्रामीण पशुपालकों की सिथति मे सुधार लाने के लिए पशु सखी योजना को लागु किया गया है| इस योजना के जरिए पशुओं की देखभाल करने के लिए राज्य मे महिलाओं की तैनाती कर उन्हे प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे पशुपालको को पशुओं के स्वास्थय के सवंध मे जरूरी जानकारियाँ व अन्य कार्यों के वारे मे अवगत करा सके| कैसे मिलेगा Pashu Sakhi Scheme का लाभ और इसके लिए आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| पेड़ लगाओ फ्री बिजली पाओ योजना

उत्तराखंड पशु सखी योजना

पशु-सखी से भाव क्या है? (What Is Pashu-Sakhi Means)

पशु का मतलब जानवर और सखी का अर्थ है -दोस्त । पशु-सखी का सीधा मतलव है – जानवर के मित्र। ये सखी पशु देखभाल सेवा प्रदाता होती हैं|

UTTARAKHAND PASHU SAKHI YOJANA

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने राज्य की महिलाओं को सशक्त वनाने और ग्रामीण पशुपालकों की आमदनी मे सुधार लाने के लिए पशु सखी योजना की शुरुआत की है| इस योजना के अंतर्गत पशु सखी (योजना से जुड़ने वाली महिलाएँ) पशुपालकों को सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी मुहैया करवाएगी और संबंधित गांव में गाय, भैंस, बैल, मुर्गी, बकरियों आदि जानवरों की नियमित चिकित्सा आवश्यकताओं की देखभाल करेगी| इस कार्य को करने के लिए इन महिलाओं  (पशु-सखी) को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि राज्य के पशुपालको को अपने पशुओं के स्वास्थय के सवंध मे आवश्यक जानकारी घर पर ही मिल सके| Uttarakhand Schemes

About of the Pashu Sakhi Scheme

योजना का नामपशु सखी योजना 
किसके दवारा शुरू की गईउत्तराखंड सरकार दवारा
विभागपशुपालन विभाग उत्तराखंड
लाभार्थीराज्य की महिलाएँ व पशुपालक
प्रदान की जाने वाली सहायतापशुओं के स्वास्थय का ध्यान रखना
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन / ऑफ़लाइन
आधिकारिक वेबसाइटजल्द शुरू की जाएगी

उत्तराखंड पशु सखी योजना

उत्तराखंड पशु सखी योजना का उद्देश्य

योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को योजना से जोड़ना और ग्रामीण पशुपालकों के लिए आजीविका को आसान बनाना है|

पशु सखी के कार्य

  • पशुपालकों, पशुपालन विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग के बीच एक कड़ी की तरह काम करना।
  • राज्य के पशुपालकों को सरकार दवारा चलाई गई योजनाओं की जानकारी प्रदान करवाना|       
  • फर्स्ट-एड किट के जरिए पशुपालकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति करना|
  • छोटे/जुगाली करने वाले पशुओं में बीमारियों की पहचान करना।
  • पशुओं को दवा प्रदान करना।
  • ग्रामीण पशुधन पालकों को बुनियादी तकनीकी सहायता व उपचार प्रदान करना|
  • पशुधन उत्पादों का एकत्रीकरण व विपणन की सुविधा प्रदान करना।
  • क्षेत्र के समस्त पशुधन एवं कुक्कुट संख्या का रिकॉर्ड ब्लॉक स्तर के पशु चिकित्सकों के साथ साझा करना
  • चारा उत्पादन के लिये पशुपालकों को प्रोत्साहित करना|
  • पशुओं को नियमित टीकाकरण की सुविधा देना|
  • किसानों को उपचार सवंधि अथवा निवारक कार्यों का सुझाव देना।

पशु सखी योजना के लिए चयन प्रक्रिया

  • सबसे पहले ग्राम संगठन अपनी आजीविका उप-समिति दवारा ग्रामीणों को पशु सखी प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी जाएगी|
  • उसके बाद आजीविका उप-समिति द्वारा वीओ स्तर पर पशु सखी की पहचान की जाएगी| उसके लिए वीओ पशु सखी की पहचान को लेकर एक बैठक आयोजित करेगा, जिसका संचालन वीओ के अध्यक्ष और सचिव दवारा किया जाएगा|
  • बैठक में स्थानीय पशु चिकित्सा सहायक, शल्य चिकित्सक (वीएएस)/विस्तार अधिकारी अथवा पशु चिकित्सा प्रतिनिधि को आमंत्रित किया जाएगा। इनके सहयोग से लिखित परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर संबंधित क्षेत्र के लिए पशु सखी का चयन किया जाएगा|
  • चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद वीओ चयनित पशु सखी का डाटा प्रोफाइल रिकॉर्ड करने एवं MIS में अपलोड करने के लिए भेजेगा|

पशु सखी का चयन कितने किसानों पर किया जाएगा

वर्तमान में प्रति 50 महिला किसानों पर एक पशु सखी का चयन किया जाता है। पशु सखी को किसानों के पशुओं की देखभाल व चिकित्सीय सहायता हेतु लगातार क्षेत्र भ्रमण करना होता है। जिनमे से इन सखियों को न्यूनतम 20 दिन भ्रमण करना होगा और इसके अतिरिक्त प्रति माह 50 परिवारों से संपर्क करना होगा।

Pashu Sakhi योजना के लिए योग्यता

  • पशु सखी को उत्तराखंड राज्य का निवासी होना चाहिए|
  • इन सखियों कोस्वयं सहायता समूह (SHG) का सदस्य होना चाहिए|
  • आवेदक की आयु न्यूनतम 20 वर्ष से लेकर अधिकतम 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए|
  • पशु सखी न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं होनी चाहिए|
  • आवेदक को उच्च शैक्षिक योग्यता एवं अंग्रेजी भाषा लिखने-पढ़ने का ज्ञान होना चाहिए|
  • पशु सखी को पशुपालन के वारे मे जानकारी होनी चाहिए|
  • पशु सखी को कम से कम 1-2 मवेशी अथवा 2-3 भेड़/बकरी या 2-3 सूअर एवं 10 कुक्कुट पक्षियों के साथ अच्छा पशुधन पालने का अनुभव होना चाहिए|
  • पशु सखी के पास स्वच्छ पशुधन आवास की व्यवस्था होनी चाहिए|
  • पशु सखी को जुगाली करने वाले पशुओं के ताप निदान का ज्ञान होना चाहिए|
  • पशु सखी बनने के लिए महिला में बेहतर संचार कौशल होना चाहिए|
  • पशु सखी को NRLM अथवा किसी अन्य संगठन द्वारा आयोजित ट्रेनिंग व एक्सपोजर प्रोग्राम के लिए तैयार होना चाहिए| ये ट्रेनिग राज्य या राज्य के वाहर हो सकती है|

पशु सखी योजना – वेतनमान

एक पशु सखी को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों की भांति ही विभिन्न योजनाओं में भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय प्रदान किया जाएगा।

पशु सखी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • स्थायी प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • शैक्षिक योग्यता दस्तावेज
  • पासपोर्ट साइज फ़ोटो
  • मोबाइल नम्वर      

Pashu Sakhi योजना के लाभ व विशेषताएं

  • उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित पशु सखी योजना की शुरुआत की है|
  • मुख्यमंत्री धामी ने योजना की घोषणा करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश और कश्मीर के बाद पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का तीसरा राज्य बन गया है।
  • इस योजना के जरिए पशुपालकों को चारा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे चारे की आपूर्ति के लिए आत्मनिर्भर बन सकें। प्रत्येक ए-हेल्प वर्कर को प्राथमिक चिकित्सा किट भी दी जाएगी ताकि वे पशुपालकों की बुनियादी स्वास्थ्य जरूरतों का ध्यान रख सकें।
  • पशु सखी के तहत ऐसे राज्य के गरीब परिवारों पर, जिनके पास भूमि या उत्पादन के अन्य कारकों तक सीमित या कोई पहुंच नहीं है, उन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिसके लिए पशुधन से संबंधित गतिविधियों को तेज करके ग्रामीण गरीबों की मौजूदा आजीविका को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा|
  • जो महिलाएँ इस योजना से जुड़ना चाहती हैं, उन्हे प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे Pashu Sakhi योजना के सवंध मे जानकारी पशुपालको को उपलवध करवा सके|
  • इस कार्य को करने के लिए इन महिलाओं को निर्धारित वेतन भी दिया जाएगा|
  • ये योजना पूरे राज्य मे चलाई जाएगी, ताकि राज्य की महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके|
  • पशु-सखी योजना का लाभ पाकर महिलाएँ आत्म-निर्भर व सशक्त वनेगी|
  • इस योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन व ऑफ़लाइन मोड के जरिए किए जा सकेंगे|

How to Online Registration for the Uttarakhand Pashu Sakhi Scheme

जो आवेदक योजना के लिए ऑनलाइन मोड के जरिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि अभी आधिकारिक वेबसाइट शुरू नहीं की गई है। जब वेबसाइट लॉन्च होगी, तो आवेदक दिए गए लिंक पर क्लिक करके ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

Pashu Sakhi Scheme Application Form Download 

आधिकारिक वेबसाइट के शुरू होने के बाद साइट के Home Page मे Pashu Sakhi Scheme Application Form Download” का ऑपशन दिखाई देगा| आपको इस विकल्प पे किलक करके Application Form को Download कर लेना है| उसके बाद आपको ये फॉर्म भरना है, फिर इसे सवंधित विभाग मे जाकर जमा करवा देना है|

Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana – Helpline Number

पशु-सखी योजना के लिए जल्द ही हेल्पलाइन नम्वर भी शुरू किए जाएंगे| जिसके जरिए आवेदक फोन करके योजना के सबंध मे सारी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे|

आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|