भारत के आर्द्रभूमि का संरक्षण करने के लिए भारत सरकार दवारा अमृत धरोहर योजना को लागु किया गया है| इस योजना के जरिए पूरे देश में वेटलैंड्स प्रबंधन और संरक्षण को वढ़ावा दिया जाएगा| जिससे इको-टूरिज्म और कार्बन स्टॉक को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय समुदायों को उनकी आय सृजन करने में भी मदद मिलेगी| कैसे मिलेगा Amrit Dharohar Yojana का लाभ और इसके लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होगी| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा|
AMRIT DHAROHAR YOJANA
आर्द्रभूमियों के इष्टतम उपयोग को बढ़ावा देकर उनका संरक्षण करने के लिए अमृत धरोहर योजना की शुरुआत की गई है| इस योजना के अंतर्गत प्रदूषण, अतिक्रमण और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दों के कारण खतरे में पड़ रहे भारत के आर्द्रभूमि की रक्षा और उसका संरक्षण किया जाएगा| पड़ोस के समुदायों की सहायता से एक स्थायी पारिस्थिति तंत्र को स्थापित किया जाएगा| जिससे संरक्षण प्रक्रिया में उनकी सक्रिय भागीदारी और स्वामित्व सुनिश्चित करने मे मदद मिल सकेगी| इस योजना से आर्द्रभूमि संरक्षण के महत्व और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में उनकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाएगी| इसके साथ ही आर्द्रभूमि के संरक्षण और प्रबंधन के लिए राज्यों को तकनीकी और वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी|
About of the Amrit Dharohar Yojana
योजना का नाम | अमृत धरोहर योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | प्रधानमंत्री मोदी जी दवारा |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
प्रदान की जाने वाली सहायता | स्थानीय समुदायों की मदद से स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को बढ़ावा देना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफ़लाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द शुरू की जाएगी |
अमृत धरोहर योजना का उद्देश्य
भारत में जहाँ पर भी आर्द्र भूमि यानी की वेटलैंड मौजूद होगा, उसका संरक्षण करना है, ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके|
अमृत धरोहर योजना का संचालन
Amrit Dharohar Yojana का संचालन आगामी 3 वर्षों के लिए किया जाएगा| जिससे भारत को ग्रीन पर्यावरण और वेटलैंड की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
Amrit Dharohar Yojana के लिए पात्रता
- पारंपरिक भारतीय कला और शिल्प के संरक्षण और प्रचार में शामिल कारीगर, शिल्पकार और अन्य हितधारक इस योजना के तहत वित्तीय सहायता हेतु आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
- रामसर स्थलों के रूप में नामित आर्द्रभूमि और उसके आसपास रहने वाले स्थानीय समुदाय इस योजना में भाग ले सकेंगे|
- आर्द्र भूमि और पारंपरिक कला और शिल्प के संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-लाभकारी संगठन और गैर सरकारी संगठन भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे|
- इस योजना मे शामिल होने के लिए आवेदकों को पारंपरिक कला और शिल्प के संरक्षण और प्रचार या आर्द्रभूमि के संरक्षण में अपनी भागीदारी का प्रमाण देना होगा|
अमृत धरोहर योजना की मुख्य विशेषताऐं
- आर्द्रभूमि और पारंपरिक भारतीय कला और शिल्प के महत्व के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना।
- पर्यावरण संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भागीदारी बढ़ाना
- स्थानीय समुदायों को शामिल करके, उनकी क्षमता का निर्माण करना
- सतत उपयोग को बढ़ावा देना
- पड़ोस के समुदायों की सहायता से एक स्थायी पारिस्थितिकी स्थापित करना
- यह कार्यक्रम न केवल देश की जैव विविधता को बनाए रखने में मदद करेगा बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा
- जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों में योगदान देना|
Amrit Dharohar Yojana के लाभ
- वेटलैंड का संरक्षण करना – अमृत धरोहर योजना के जरिए भारत में जहाँ पर भी आर्द्र भूमि मौजूद होगी, उसका संरक्षण किया जाएगा। जिससे जलीय वनस्पति और जीवों को भी सुरक्षा व संरक्षण मिल सकेगा।
- पर्यावरण की रक्षा करना -इस योजना से पर्यावरण को सुरक्षित रखने मे भी मदद मिलेगी| भारत सरकार दवारा जैसे ही वेटलैंड्स को सुरक्षित किया जाएगा, तो उसका सीधा असर प्रदूषण, अतिक्रमण और जलवायु परिवर्तन पर पड़ेगा। इससे भारत Go Green के सपने को साकार कर सकेगा|
- ग्रीन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा – इस योजना से ग्रीन इंडिया को वढावा मिलेगा ।
- प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देना – पर्यावरण को जो नुकसान पहुंचा है उस नुकसान को कम करने के लिए और पारिस्थिक संतुलन वनाए रखने के लिए ये योजना प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को वढावा देगी|
- ईको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा – वेटलैंड प्रदूषण मुक्त होने से ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। जिससे वहाँ पे मौजूद समुदायों की शिल्प कला को एक नई पहचान मिलेगी|
- प्रशिक्षण देना –योजना के जरिए जो भी समुदाय वेटलैंड्स के आसपास इलाके में रहते है उन्हे प्रशिक्षण दिया जाएगा, कि वह वेटलैंड्स को सुरक्षित रख सके|
- रोजगार के अवसर वढेंगे – अमृत धरोहर योजना के जरिए विविध समुदायों को प्रशिक्षण देकर उन्हें इस कार के लिए जोड़ा जायेगा, ताकि स्थानीय समुदायों के लिए यह एक आय अर्जित करने का साधन बन सके| जिससे रोजगार के अवसर भी वढेंगे|
- जन जागरूकता अभियान – इस योजना को लोगों तक पहुचाने के लिए जन जागरूकता अभियान को चलाया जाएगा|
- निगरानी और मूल्यांकन – इस योजना में निगरानी और मूल्यांकन तंत्र को शामिल किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संरक्षण के प्रयास प्रभावी हैं या नही। इससे संरक्षण प्रक्रिया में होने वाली कमियों की पहचान करने में मदद मिलेगी और उसे सुधारने का भी अवसर मिलेगा।
अमृत धरोहर की चुनौतियां
- इन चुनौतियों में से एक अतिक्रमण और अवैध गतिविधियां हैं जैसे कि शिकार, मछली पकड़ना और कचरे को फेंकना, जिससे आर्द्रभूमि पारिस्थितिकी तंत्र को हानि पहुंच सकती है।
- वेटलैंड्स के महत्व के बारे में जागरूकता और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है। पर्याप्त राजनीतिक समर्थन और जन जागरूकता के बिना संरक्षण के प्रयास को सफल नहीं वनाया जा सकता है|
- जलवायु परिवर्तन आर्द्रभूमि के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है, क्योंकि यह जल स्तर, तापमान और वर्षा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है| इससे जलीय वनस्पतियों और जीवों को हानि पहुंच सकती है।
ऊपर वताई गई इन चुनौतियों को अगर कंट्रोल मे लाया जाता है, तो आने वाले समय मे अमृत धरोहर योजना का विस्तार किया जा सकेगा| जिससे हमारी और पर्यावरण की रक्षा हो सकेगी|
How to Registration for the Amrit Dharohar Yojana
अभी योजना की शुरुआत की गई है| जो आवेदक Amrit Dharohar Yojana के अंतर्गत ऑफ़लाइन व ऑनलाइन मोड के जरिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोड़ा इंतजार करना होगा| क्योंकि अभी आधिकारिक वेबसाइट शुरू नहीं की गई है| वेवसाइट के शुरू होने के बाद ही आवेदक के लिए योजना हेतु लिंक सक्रीय किया जाएगा| उसके बाद ही वे आवेदन कर सकेंगे|
Amrit Dharohar Yojana – Helpline Number
- जल्द शुरू किए जाएंगे|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|
Last Updated on July 15, 2023 by Abinash