|| किशोरी शक्ति योजना | Maharashtra Kishori Shakti Scheme | Online Registration | Application Form || महाराष्ट्र सरकार दवारा राज्य मे कन्याओं के कल्याण के लिए किशोरी शक्ति योजना को लागु किया गया है| इस योजना के जरिए 11 से वर्ष की आयु मे जो बालिकाएं स्कूल या कॉलेज छोड़ देती हैं, ऐसी वालिकाओं को सरकार दवारा सहायता प्रदान की जाती है, ताकि उनका शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास किया जा सके| कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके अंतर्गत आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा| तो आइए जानते हैं – महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के वारे मे|
Maharashtra Kishori Shakti Yojana
किशोरी शक्ति योजना को महाराष्ट्र सरकार दवारा राज्य की गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली BPL कार्ड धारक परिवारों की किशोरियों के लिए शुरू किया गया है| इस योजना के अंतर्गत 11 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक की आयु की उन बालिकाओं को लाभ प्रदान किया जाएगा, जिन्होंने किसी कारणवश स्कूल या कॉलेज छोड़ दिया है। ऐसी किशोरियों का शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास किया जाएगा। जिसके लिए राज्य सरकार दवारा प्रत्येक किशोरी पर हर वर्ष 1 लाख रूपए खर्च करेगी।
ये योजना गरीब बालिकाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनाएगी जिससे वह अपना और अपने परिवार के विकास हेतु देश के विकास में मुख्य योगदान दे सकेगी। इसके अलावा इस योजना को दूसरे राज्यों मे भी शुरू किया जाएगा, ताकि बालिकाओं के जीवन स्तर को वेहतर वनाया जा सके|
योजना का संचालन
किशोरी शक्ति योजना का पूरा संचालन राज्य सरकार की देखभाल में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। जिसके आधार पर ही पात्र बालिकाओं की पहचान कर उन्हे लाभ प्रदान करने का कार्य किया जाएगा|
किशोरी शक्ति योजना का अवलोकन
योजना का नाम | किशोरी शक्ति योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | महाराष्ट्र सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य की बालिकाएं (11 से 18 वर्ष) |
प्रदान की जाने वाली सहायता | बालिकाओं का शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | womenchild.maharashtra.gov.in |
किशोरी शक्ति योजना का मुख्य उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र के स्कूल या कॉलेज छोड़ने वाली 11 से 18 वर्ष तक की आयु की बालिकाओं को स्वास्थ्य, गृह प्रबंधन, अच्छा खाना खाने, मासिक धर्म के दौरान अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता व देखभाल करने हेतु जागरूक करना है|
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के प्रमुख बिन्दु
- महाराष्ट्र सरकार ने किशोरी शक्ति योजना को राज्य के अहमदनगर, अकोला, औरंगाबाद, भंडारा, चंद्रपुर, धुले, हिंगोली, जलगांव, जालना, लातूर, नंदुरबार, उस्मानाबाद, परभणी, पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सिंधुदुर्ग, सोलापुर, ठाणे, वर्धा, वाशिम में लागू कर दिया है|
- योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग की निगरानी में आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से किया जाएगा|
- आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर 3 महीने के बाद पात्र बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी, और उनके स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जाएंगे। इस कार्ड में उनके लंबाई, वजन, बॉडी मास आदि का सारा रिकॉर्ड रखा जाएगा।
- इस योजना के तहत हर वर्ष8 लाख करोड़ रुपए की राशि जारी की जाएगी। जो आंगनबाड़ी केंद्रों में जीवन कौशल शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा, सूचना शिक्षा एवं संचार, स्वास्थ्य कार्ड, रेफरल एवं 5 रूपए प्रतिदिन की दर से पोषण प्रदान करने जैसी सुविधाओं में खर्च की जाएगी|
- ये योजना राज्य की BPL कार्ड धारक परिवारों की 11 वर्ष से 18 वर्ष तक की किशोरियों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने मे मुख्य भूमिका निभाएगी|
- इस योजना से स्कूल या कॉलेज छोड़ चुकी 11 से 18 वर्ष तक की आयु की किशोर बालिकाओं को स्वास्थ्य, गृह प्रबंधन, अच्छा खाना खाने, मासिक धर्म के दौरान अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता और देखभाल करने आदि के प्रति जागरूक किया जाएगा।
- इसके अलावा उन्हें औपचारिक और अनौपचारिक रूप से शिक्षा भी उपलब्ध करवाई जाएगी|
- पात्र लाभार्थीयों को रोजगार एवं व्यवसाय करने हेतु प्रशिक्षित भी प्रदान किया जाएगा|
किशोरी शक्ति योजना के लाभ
- किशोरी शक्ति योजना का लाभ महाराष्ट्र राज्य की बालिकाओं को प्रदान किया जाएगा|
- इस योजना के जरिए BPL परिवारों की स्कूल या कॉलेज छोड़ देने वाली 11 से लेकर 18 वर्ष तक की कन्याओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजमर्रा की दैनिक जीवन में आने वाली सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए सरकार दवारा सहायता प्रदान की जाएगी|
- किशोरी शक्ति योजना के अंतर्गत राज्य के हर ग्राम पंचायत से 18 किशोरी बालिकाओ का चयन किया जाएगा और विभागिय पर्यवेक्षण, ANM व आंगनवाडी कार्यकर्ता दवारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के लिए चयनित प्रत्येक बालिका पर राज्य सरकार दवारा वार्षिक 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी|
- महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर आयोजित होने वाले किशोरी मेंलो और किशोरी आरोग्य शिविरों जैसे कार्यक्रम के तहत किशोरियों को पौष्टिक आहार के लिए जागरूक और व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इस योजना के जरिए बालिकाओं को 1 वर्ष में 300 दिनों के लिए 600 कैलरी, 18 से 20 ग्राम प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व प्रदान करवाए जाएंगे, ताकि उनका शारीरिक विकास अच्छे से हो सके|
- चयनित किशोर बालिकाओं को औपचारिक एवं अनौपचारिक शिक्षा उपलब्ध भी करवाई जाएगी।
- इसके अलावा 16 से18 वर्ष से अधिक आयु मे पढ़ाई छोड़ चुकी पात्र बालिकाओं को स्वरोजगार एवं व्यवसाय के लिए भी तैयार किया जाएगा।
- इन बालिकाओं को गृह प्रबंधन, अच्छा खाना बनाने, मासिक धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता एवं देखभाल के बारे में भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना की मुख्य विशेषताऐं
- राज्य की बालिकाओं का शारीरिक, सामाजिक, मानसिक और भावात्मक रूप से विकास करना
- बालिकाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता और देखभाल करने हेतु जागरूक करना
- लाभार्थीयों को शिक्षा उपलब्ध करवाना और उन्हें रोजगार एवं व्यवसाय करने हेतु प्रशिक्षित करना
- पात्र बालिकाओं को आत्म-निर्भर व सशक्त वनाना|
किशोरी शक्ति योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को महाराष्ट्र राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए|
- लाभार्थी किशोरी होनी चाहिए।
- 11 से लेकर 18 वर्ष की आयु तक की बालिकाएं इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगी|
- केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली बालिकाओं को ही इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा|
- कौशल प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने हेतु बालिका की आयु 16 से 18 वर्ष के बीच होनी चाहिए|
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- BPL राशन कार्ड
- शैक्षिक योग्यता दस्तावेज
- स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो तो)
- मोबाइल नम्वर
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के लिए कैसे करे आवेदन
- महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थीयों को कहीं भी जाने की जरूरत नही होगी|
- योजना के लिए आवेदन आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यकर्ताओं दवारा किया जाएगा|
- ये कार्यकर्ता घर-घर जाकर महाराष्ट्र किशोरी शक्ति योजना के तहत पात्र किशोरियों को चयनित करने के लिए सर्वे करेंगी|
- उसके बाद सर्वे में चयनित बालिकाओं की सूची महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजी जाएगी।
- फिर विभाग द्वारा चयनित बालिकाओं की जांच की जाएगी। अगर विभाग द्वारा किशोरियों को लाभ देने के योग्य समझा जाता है, तो उन्हें इस योजना के तहत पंजीकृत कर दिया जाएगा।
- उसके बाद पंजीकृत किशोरियों को किशोरी कार्ड प्रदान किए जाएंगे। जिसके माध्यम से वे इस योजना के तहत मिलने वाली सेवाओं का लाभ ले सकेंगी|
आशा करता हूँ आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करे|
Last Updated on February 8, 2023 by Abinash