PM Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana : भारत सरकार ने देश के नागरिको के लिए सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की शुरुआत की है | इस योजना के जरिए लाभार्थियों को अपने व्यवसाय को आगे वढाने के लिए मदद उपलवध करवाई जाती है ताकि वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सके | कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ और इसके लिए आवेदन कैसे किया जाएगा| ये सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा |
PM Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana 2024
देश के लोगो को रोजगार से जोडने और उन्हे आर्थिक सहायता उपलव्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी दवारा सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना को शुरु किया गया है। जिसके जरिए छोटे और लघु व्यवसाय करने वाले उद्यमियों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए सरकार दवारा सब्सिडी के तौर पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से जहाँ छोटी इकाइयाँ समृद्धि की ओर बढ़ेंगी, वहीं सूक्ष्म उधोगों को भी बढ़ावा मिलेगा। जिससे भारी संख्या में कुशल और अकुशल श्रमिकों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराये जायेंगे।
इसके अलावा लोगों को प्रशिक्षण प्रशासनिक सहायता MIS योजना का प्रचार-प्रसार सभी तरह की सुविधाएँ सरकार के ज़रिये निःशुल्क दी जाएगी। इन सभी कार्य का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। योजना का लाभ लाभार्थीयो को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके प्राप्त होगा।
Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana का अवलोकन
योजना का नाम | सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | भारत सरकार दवारा |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
प्रदान की जाने वाली सहायता | छोटे और लघु व्यवसाय करने वाले उद्यमियों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | pmfme.mofpi.gov.in |
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का कार्यान्वन
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (PM FME) के कार्यान्वयन के लिए 5 साल की अवधि के लिए 10000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस योजना को लागू करने के लिए किए गए खर्च को केंद्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में, पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों के साथ 901:0 के अनुपात में, विधायिका के साथ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ 60:40 के अनुपात में और अन्य के लिए केंद्र द्वारा 100% साझा किया जाएगा। इस योजना के तहत, योग्य उत्पाद लागत पर 10 लाख रुपये की अधिकतम सीमा के साथ 35% की दर से क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
PM Sukshma Khadya Udyog Unnayan Scheme के मुख्य तथ्य
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना से देश के उद्योगों का राजस्व बढेगा, जिसके अंतर्गत खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता और सुरक्षा की चीजों का ध्यान रखा जाएगा। लोगों के लिए रोजगार के अवसर वढेगें, जिसके कारण व्यक्ति जिले में लघु वन उत्पादन का भी ध्यान रख सकेगा। योजना के अंतर्गत लिए गए कर्ज पर गारंटी की सुविधा का लाभ नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी द्वारा किया जाएगा।
Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana को शुरु करने का मुख्य कारण
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस महामारी के चलते कई लोगो की नौकरिया व रोजगार चले गए हैं। जिससे देश मे वेरोजगारी की समस्या दिन-प्रतिदिन वढ रही है। लोगो के पास काम-धन्धा न होने से उनकी परिवारिक सिथति अत्यधिक खराव हो चुकी है, जिसका देश की आर्थिक व्यवस्था पर भी काफी फर्क पड़ा है। इसी समस्या को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री जी दवारा सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना को शुरु किया गया है। ताकि वेरोजगार लोगो को रोजगार से जोडा जाए और देश की आर्थिक व्यवस्था को वेहतर वनाया जाए।
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के मुख्य पहलु
- प्रारंभिक पूँजी
- वित्तीय सहायता
- पूंजी निवेश
- प्रशिक्षण और हैंडहोल्डिंग समर्थन
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और लघु व्यवसाय करने वाले उद्यमियों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने और बेरोजगार लोगो को रोजगार से जोडना है।
PM FME योजना के घटक
- व्यक्तिगत और सूक्ष्म उद्यमों के समूहों को सहायता
- ब्रांडिंग और मार्केटिंग सपोर्ट
- संस्था को मजबूत करने के लिए समर्थन
- एक प्रगति परियोजना प्रबंधन ढांचा स्थापित करना
Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana के लिए पात्रता
- देश के स्थायी निवासी
- छोटे और बड़े उद्योगपति दोनों योजना के लिए पात्र हैं।
- उद्यम को खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों में संलग्न होना चाहिए
- एक परिवार का एक ही व्यक्ति ही इस योजना का लाभ ले सकता है
- आवेदक कम से कम 8 वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए
- योजना का लाभ केवल प्रोपराइटरशिप या पार्टनरशिप फर्म के लिए लिया जा सकता है|
- आवेदक के पास उद्यम के स्वामित्व अधिकार होने चाहिए।
- उद्यम एक जिले में पहचाने गए उत्पाद, जिले के एक उत्पाद में शामिल होना चाहिए|
- उद्यम का निगमन किया जाना चाहिए और उद्यम में कम से कम 10 श्रमिकों को नियोजित किया जाना चाहिए
- भूमि की लागत को परियोजना लागत में शामिल नहीं किया जाना चाहिए
- लंबी लीज या रेंटल वर्कशीट के साथ रेडी बिल्ट की लागत को परियोजना लागत में शामिल किया जा सकता है
- वर्कशेड का लीज रेंटल जो परियोजना लागत में शामिल है, अधिकतम 3 वर्ष की अवधि के लिए होना चाहिए
- उद्यमी को परियोजना लागत का 10% योगदान करने और बैंक ऋण प्राप्त करने के लिए तैयार होना चाहिए
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के लिए चयन प्रक्रिया
- व्यक्तिगत सूक्ष्म उद्यम की पहचान समूह के चयन के माध्यम से की जाएगी|
- एक जिले एक उत्पाद में लगे उद्यम को वरीयता दी जाएगी|
- अन्य उद्यम जिनके पास क्षमता है उन्हें भी इस योजना के माध्यम से सहायता मिलेगी
- जिला स्तर पर आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे
- संसाधन व्यक्ति भी क्लस्टरों का सर्वेक्षण कर सकेगें|
- प्राप्त आवेदनों को जिला स्तरीय समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा
- जिला स्तरीय समिति रिसोर्स पर्सन द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट का अध्ययन कर इच्छुक अभ्यर्थियों का साक्षात्कार करेगी
- रिपोर्ट के विवरण में उद्यम का वार्षिक कारोबार, उद्यम द्वारा भुगतान का ट्रैक रिकॉर्ड, मौजूदा बुनियादी ढांचा, बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज, क्लस्टर से निकटता और एंटरप्राइज का मार्केटिंग लिंकेज शामिल होगें।
- उन मामलों के लिए जिनकी जिला स्तरीय समिति द्वारा सिफारिश की जाती है, संसाधन व्यक्ति उन्हें डीपीआर तैयार करने में मदद करेंगे ताकि वे बैंक से ऋण प्राप्त कर सकें
- डीपीआर के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज जमा किए जाएगें|
- समर्थन की जाने वाली अलग-अलग सूक्ष्म इकाइयों को अंतिम रूप देने का स्तर राज्य सरकार द्वारा तय किया जाएगा
PM सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्वर
Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana 2024 के तहत समूह श्रेणी को सहायता
किसान उत्पादक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और उत्पादक सहकारी समितियों जैसे समूहों को उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के साथ PM FME योजना के माध्यम से समर्थन दिया जाएगा। छँटाई, ग्रेडिंग, भंडारण और प्रसंस्करण, पैकेजिंग, विपणन, कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण आदि के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। इसके लिए, क्रेडिट लिंकेज के साथ 35% की दर से एक भव्य राशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण सहायता भी प्रदान की जाएगी। ऐसे मामलों में अनुदान की अधिकतम सीमा निर्धारित होगी|
राज्य स्तरीय तकनीकी संस्थान को सहायता
राज्य स्तरीय तकनीकी संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा PM FME योजना के लिए नामित किया जाएगा। इसके लिए ये संस्थान राज्य स्तरीय तकनीकी संस्थानों के लिए पीआईपी तैयार करने, पीआईपी को इनपुट प्रदान करने, जिला संसाधन व्यक्तियों के लिए क्षमता निर्माण प्रशिक्षण आयोजित करने, ब्रांडिंग और मार्केटिंग योजनाओं के लिए इनपुट प्रदान करने, जिला संसाधन व्यक्ति को सलाह सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होगा। तैयार किए गए पीआईपी में प्रस्तावित गतिविधियों के लिए एक वार्षिक प्रशिक्षण कैलेंडर शामिल होगा, जिसे राज्य स्तरीय अनुमोदन समिति के अनुमोदन के बाद मंत्रालय को भेजा जाएगा।
योजना के तहत प्रशिक्षण सहायता
PM FME योजना के तहत उन व्यक्तिगत इकाइयों और समूहों को भी प्रशिक्षण सहायता प्रदान की जाएगी, जो पूंजी निवेश के लिए लाभ प्राप्त करना चाहते हैं| इसके अलावा जिले में एक जिला एक उत्पाद का उत्पादन करने वाली मौजूदा इकाइयों और समूहों को भी प्रशिक्षण सहायता प्रदान की जाएगी। जिन समूहों को विपणन और ब्रांडिंग सहायता प्रदान की जा रही है, उन्हें भी प्रशिक्षण सहायता प्रदान होगी। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा प्रति घंटे की एक निश्चित दर निर्धारित की गई है जिसे प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा। प्रशिक्षण ऑनलाइन मॉड्यूल के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। ये मॉडल छोटी अवधि के होंगे। इन मॉड्यूल के माध्यम से प्रशिक्षण साप्ताहिक आधार पर जिले के साथ ऑडियो-विजुअल समर्थन के तहत प्रदान किया जाएगा|
सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के लाभ
- प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का लाभ देश के स्थायी निवासियो को मिलेगा।
- इस योजना से छोटे और बड़े उद्योगपति दोनों योजना का लाभ उठा सकेगें।
- योजना के जरिए लोगों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए सब्सिडी के तौर पर सरकार द्वारा सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- 10 लाख तक के लागत वाली परियोजनाओं के लिए वेध उधमियों को 35% सब्सिडी मिलेगी।
- लाभार्थीयो को दी जाने वाली सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते मे ट्रांसफर की जाएगी।
- योजना के तहत ऋण से संबधित सम्पूर्ण सहायता सब्सिडी द्वारा 200000 भाग में बांटी जाएगी।
- योजना का लाभ लाभार्थीयो को ऑनलाइन पंजीकरण करके प्राप्त होगा।
- महिला उद्यमी भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
- इस योजना को केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जायेगा।
- योजना का वित्तपोषण केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 60-40 के अनुपात में किया जाएगा।
- इस योजना को 2020-21 मई मे चालू किया जाएगा और जिसे 2024-25 तक चलाया जायेगा।
- जो लोग इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं उन्हे सही खाद्य चीज़ें भी प्रदान की जाएगी।
- दो लाख इकाइयों को इस योजना के तहत लाभ पहुंचाया जाएगा।
- इस योजना से लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी वढेगें।
- देश की आर्थिक व्यवस्था भी वेहतर वनेगी।
- योजना के तहत लोगों को प्रशिक्षण प्रशासनिक सहायता MIS योजना का प्रचार-प्रसार सभी तरह की सुविधाएँ सरकार के ज़रिये निःशुल्क दी जाएगी।
- योजना मे होने वाला सारा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जायेगा।
Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana की मुख्य विशेषताएं
- देश के नागरिको को आत्म-निर्भर व सशक्त वनाना
- देश मे वेरोजगारी दर को कम करना
- रोजगार सृजत करना
- सरकार दवारा सहायता प्रदान करना
PM Sukshma Khadya Udyog Unnayan Yojana Registration
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको Online Registration वाले विकल्प पे किलक करना होगा|
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा
- इस नए पेज पर आपको Sign Up पर क्लिक कर देना है|
- इस प्रक्रिया के बाद आपके सामने आवेदन फार्म खुलके आएगा|
- आपको इस फार्म मे दी गई सारी जानकारी भरने के बाद Register बटन पे किलक कर देना है|
- Register बटन पे किलक करने के बाद आपको पोर्टल पर Login करना होगा|
- अब आपको Select Beneficiary Type (लाभार्थी के प्रकार) का चयन करना है|
- फिर आपको अपना User ID और Password डालना होगा|
- ये जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के बटन पे पर क्लिक कर देना है|
- अब आपको Apply Now बटन पे क्लिक करना होगा|
- उसके बाद आवेदन फार्म आपके सामने आ जाएगा
- आपको इस आवेदन फार्म में सभी आवश्यक विवरण दर्ज करके जरूरी दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे|
- अंत मे आपको Submit बटन पे क्लिक कर देना है|
- इस तरह आपके दवारा योजना के तहत सफलतापूर्वक आवेदन कर दिया जाएगा|
आवेदक दवारा लॉगिन करने की प्रक्रिया
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको Applicant Login वाले विकल्प पे किलक करना होगा|
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा
- अब आपको Select Beneficiary Type (लाभार्थी के प्रकार) का चयन करना है|
- फिर आपको अपना User ID और Password डालना होगा|
- ये जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के बटन पे पर क्लिक कर देना है|
- इस प्रक्रिया का पालन करके आवेदक लॉगिन कर सकते हैं|
MIS लॉगिन प्रक्रिया
- सवसे पहले लाभार्थी को आधिकारिक वेबसाइट पे जाना होगा|
- उसके बाद आपको MIS Login वाले विकल्प पे किलक करना होगा|
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा
- उसके बाद आपको अपना User ID और Password डालना होगा|
- ये जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के बटन पे पर क्लिक कर देना है|
- इस प्रक्रिया का पालन करके आप MIS Login कर सकते हैं|
pmfme.mofpi.gov.in – Helpline Number
- 011-26406500
- +91 1302281089
- +91-8168001500
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan 3.0
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।