लॉकडाउन पोर्टेबिलिटी योजना | Portability scheme started in 16 states | पात्रता \ उद्देश्य \ द्स्तावेज \ लाभ | Portability scheme Uttar Pradesh | राशन कैसे प्राप्त करें
पूरे देश में लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे गरीब वर्ग के मजदूर लोगों को राशन लेने के लिए काफी दिक्क्तों को सामना करना पड रहा है। उनकी इस समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार दवारा पोर्टेबिलिटी योजना को शुरु किया है। क्या है ये योजना और कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ आइए जानते हैं।
उत्तर प्रदेश पोर्टेबिलिटी योजना | Uttar Pradesh Portability Scheme
कोरोना वायरस के चलते दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर, श्रमिक और दिहाड़ी मजदूरों को विषम परिस्थितियों में राशन देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार दवारा पोर्टेबिलिटी योजना को लागु किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश का कोई भी राशन कार्डधारक प्रदेश के बाहर किसी भी दुकान से मात्र अपनी राशन कार्ड संख्या बताकर राशन ले सकता है। इसके अलावा अन्य प्रदेशों के कार्ड धारक भी प्रदेश में किसी भी सरकारी उचित दर की दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना को 01 मई से लागु किया गया है। यह सुविधा आधार आधारित वितरण एवं पिछले 6 माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही उपलव्ध होगी। प्रवासी मज़दूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा। प्रदेश स्तर पर राशन पोटेबिलिटी योजना पहले से ही लागू है। जिसमें अप्रैल महीने से लगभग 7.07 लाख राशन कार्ड धारकों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। प्रदेश में इस सुविधा का सर्वाधिक लाभ गौतम बुद्ध नगर में 11.50% और उसके बाद लखनऊ में 8.50% लोगों ने उठाया है। प्रदेश में शुक्रवार से राशन की दुकानों से गेहूं और चावल का वितरण किया जा रहा है। जिसमें अन्त्योदय कार्डधारक, श्रमिकों-मज़दूरों को राशन फ्री में दिया जाएगा। प्रदेश में अब तक क़रीब 3.8 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए हैं ताकि मजदूर-नरेगा श्रमिक तथा अन्य ज़रूरतमंद को आपतकाल परिसिथति में राशन दिया जा सके। ये योजना 16 राज्यों में भी शुरु की गई है, जिसकी जानकारी आप नीचे से ले सकते हैं।
16 राज्यों में भी पोर्टेबिलिटी योजना लागु | Portability Scheme also apply in 16 states
पोर्टेबिलिटी योजना जिन राज्यों में लागु की गई है, उन्में आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, बिहार, पंजाब, हिमांचल प्रदेश और एक केंद्र शासित राज्य दादरा नागर हवेली आदि शामिल है। 01 मई से इन राज्यों के लोग भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
उद्देश्य | An Objective
उत्तर प्रदेश पोर्टेबिलिटी योजना का मुख्य उद्देश्य लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे गरीब दिहाड़ी मजदूरों को वन नेशन, वन कार्ड योजना के तहत राशन उपलव्ध करवाना है।
पात्रता | Eligibility
- उत्तर प्रदेश राज्य के स्थायी निवासी
- प्रवासी मजदूर, श्रमिक और दिहाड़ी मजदूर
- लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसा होना
महत्वपूर्ण दस्तावेज | Important Documents
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- मोबाइल नम्वर
लाभ | Benefits
- पोर्टेबिलिटी योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासियों को मिलेगा।
- इस योजना के दवारा कोरोना के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर, श्रमिक और दिहाड़ी मजदूरों को राशन दिया जाएगा।
- जिनके पास राशन कार्ड होगा वही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
- अन्य प्रदेशों के कार्ड धारक भी प्रदेश में किसी भी सरकारी उचित दर की दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना के जरिए अन्त्योदय कार्डधारक और श्रमिकों-मज़दूरों को फ्री में राशन मिलेगा।
- ये योजना प्रदेश के अलावा 16 राज्यों में भी शुरु की गई है।
- ये योजना आपातकाल सिथति में गरीब वर्ग के लोगों के लिए शुरु की गई है।
- इस योजना से गरीब वर्ग के लोग भुखे नहीं रहेगें।
- इस योजना से जरुरतमंद लोगों को राशन उपलव्ध होगा।
- यह मह्त्वकांशी योजना है, जो गरीब वर्ग के लोगों के हितों का ध्यान रखकर ही चलाई गई है।
पोर्टेबिलिटी योजना के तहत कैसे मिलेगा राशन | How to get ration under portability scheme
- राशन लेने के लिए लाभार्थी के पास राशन कार्ड होना अनिवार्य है।
- उसके वाद लाभार्थी किसी भी सरकारी राशन की दुकान से राशन ले सकते हैं।
- राशन की दुकानों से लाभार्थीयों को गेहूं और चावल का वितरित होगें।
- अन्त्योदय कार्डधारकों, श्रमिकों-मज़दूरों के लिए वितरण निशुल्क होगा।
- जरुरतमंद लोगों के लिए ये योजना संजीवनी की तरह कार्य करेगी।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।