|| उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना | Bal Shramik Vidya Scheme | मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना | Selection Process | Apply Online | Application Form || श्रमिक बच्चों को शिक्षा उपलव्ध करवाने के लिए बाल श्रमिक विद्या योजना को लागु किया गया है। योजना के जरिए आर्थिक तंगी के शिकार श्रमिकों के वच्चों को मजदूरी के स्थान पर उन्हें स्कूल भेजा जाएगा। ताकि इनका भविष्य उज्जवल वन सके। सारी जानकारी लेने के लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – बाल श्रमिक विद्या योजना (BSBY) के वारे में।
Bal Shramik Vidya Yojana
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी दवारा श्रमिकों के वच्चों को शिक्षा से जोडने के लिए ‘बाल श्रमिक विद्या योजना’ की शुरुआत की गई है। जिसके तहत 8-18 वर्षों तक के उन सभी श्रमिकों के बच्चों को शामिल किया गया है, जो शिक्षा से वंचित रहकर मजदूरी करते हैं। इस योजना के पहले चरण में 2000 बच्चों का चयन किया गया है। जिनमें इन बच्चों को स्कूल भेजने पर बालकों को प्रति माह 1000 रुपये और बालिकाओं को प्रतिमाह 1200 रुपये दिए जाएगें। इसके अलावा, कक्षा 8, 9 और 10 वीं कक्षा में पास होने वाले छात्रों को 6000-6000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी अलग से मिलेगी। इस योजना से राज्य में श्रमिकों के वच्चे भी पढाई करने के लिए स्कूल जाएगें और उन्हे भी दूसरे वच्चों की भांति शिक्षा का समान अधिकार मिलेगा। इन बच्चों पर होने वाला खर्च राज्य सरकार दवारा उठया जाएगा। ये योजना राज्य में मजदूरी कर रहे वच्चों को शिक्षित करने के लिए चलाई गई है। ताकि राज्य में कोई भी इन वच्चों से किसी तरह की मजदूरी न करवाए। ये वे वच्चे हैं जिनका सपना अच्छे स्कूल में जाने का होता है लेकिन परिवार की आर्थिक दशा खराव होने के कारण इन्हें भी मजवूरन मजदूरी करनी पडती है। अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि राज्य सरकार दवारा चलाई गई बाल श्रमिक विद्या योजना से इन वच्चों के सपने साकार होगें और पढाई पूरी करने के बाद ये वच्चे अपने मा-वाप का नाम रोशन करेगें। ये तभी हो सकता है जब वच्चों के माता-पिता राज्य सरकार दवारा चलाई गई इस योजना पर पूरा सहयोग दें।
लेटेस्ट अपडेट
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के जरिए प्रदेश के पात्र बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ा जाता है, ताकि उन्हे शिक्षित और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके| योजना के दवारा प्रदेश के लड़कों को 1000/- रूपए एवं लड़कियों को 1200/- रुपय प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। 08 वीं कक्षा से 10 वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्रों को सरकार द्वारा हर वर्ष 6000/- की आर्थिक मदद भी इस योजना के माध्यम से प्रदान की जाती है। आपको वता दे योजना का लाभ लेने वाले बच्चों की पहचान श्रम विभाग के अधिकारियों की ओर से सर्वेक्षण, निरीक्षण में ग्राम पंचायतों, स्थानीय निकाय, चाइल्ड लाइन या विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा की जाती है।
इसके अलावा भूमिहीन परिवारों और महिला प्रमुख परिवारों को चयन के लिए 2011 की जनगणना की सूची का उपयोग किया जाता है। सभी बच्चों के चयन के पश्चात बच्चों का डाटा पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। इस योजना का लाभ उन बच्चों को भी प्रदान किया जाता है जिनके माता-पिता दोनों या फिर दोनों में से कोई एक दिव्यांग हो या फिर उनके माता-पिता किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो।
योजना का अवलोकन
योजना का नाम | बाल श्रमिक विद्या योजना |
किसके दवारा शुरू की गई | उत्तर प्रदेश सरकार दवारा |
लाभार्थी | राज्य के गरीब बालक व बालिकाएं |
प्रदान की जाने वाली सहायता | बच्चों के भविष्य को सवारने के लिए सरकार दवारा आर्थिक सहायता प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफ़लाइन |
बाल श्रमिक विद्या योजना का उद्देश्य
बाल श्रमिक विद्या योजना का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के वच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना है।
UP Bal Shramik Vidya Yojana के लिए पात्रता
- उत्तर प्रदेश राज्य के स्थायी निवासी
- श्रमिकों के वच्चे
- आर्थिक तंगी का शिकार होना
- परिवार की हालात को देखते हुए वच्चों को शिक्षा के स्थान पर मजदूरी करवाना
आयु सीमा
- न्युनतम 08 वर्ष
- अधिकतम 18 वर्ष
बाल श्रमिक विद्या योजना वित्तिय सहायता
- श्रमिक बालकों को प्रति माह 1000 रुपये
- और बालिकाओं को प्रतिमाह 1200 रुपये राज्य सरकार दवारा उपलव्ध करवाना
- 8, 9 और 10 वीं कक्षा में पास होने वाले लाभार्थीयों को 6000/- रुपये की प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।
योजना के लिए चरण प्रक्रिया
मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना के पहले चरण में 2000 श्रमिकों के बच्चों को कवर किया जाएगा। इस योजना को पूरे राज्य मे लागु किया गया है। राज्य के हर हिस्से से 8 से लेकर 18 साल की उम्र के बच्चे शामिल किए गए हैं, जिन्हे योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जाएगा|
बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए चयन प्रक्रिया
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों की पहचान श्रम विभाग के अधिकारियों की ओर से सर्वेक्षण/ निरीक्षण में, ग्राम पंचायतों, स्थानीय निकाय, चाइल्डलाइन अथवा विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा की जाएगी|
- अगर माता या पिता या फिर दोनों किसी लाइलाज रोग से पीड़ित है तो ऐसे बच्चों को चयन की प्राथमिकता मिलेगी।
- भूमिहीन परिवारों और महिला प्रमुख परिवारों के चयन के लिए 2011 की जनगणना की सूची का उपयोग किया जाएगा।
- प्रत्येक लाभार्थी की चयन को मंजूरी मिलने के बाद इसे e-tracking सिस्टम पर अपलोड किया जाएगा।
बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- स्थायी प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
बाल श्रमिक विद्या योजना के लाभ
- बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के श्रमिकों के वच्चों को मिलेगा।
- इस योजना के जरिए श्रमिकों के वच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल भेजा जाएगा।
- वच्चे शिक्षित होगें।
- वच्चों की पढाई का खर्च राज्य सरकार दवारा उठाया जाएगा।
- कक्षा में पास होने पर छात्रों को राज्य सरकार दवारा आर्थिक सहायता भी मिलेगी।
- जिन बच्चों के माता पिता किसी असाध्य बीमारी से पीडित हो उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना का लाभ केवल श्रमिको के वच्चों को ही मिलेगा।
- उत्तर प्रदेश के 57 जिलो को इस योजना से जोडा गया है।
- इस योजना से लाभार्थीयों का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- वच्चों को शिक्षा प्राप्त कर उन्हें अच्छा रोजगार मिलेगा।
- अब माता-पिता इस योजना के जरिए वच्चों से मजदूरी नहीं करवाएगें।
Bal Shramik Vidya Yojana की मुख्य विशेषताएं
- वच्चों को स्कूल भेजने पर जोर देना
- लाभार्थीयों की आर्थिक सिथति को मजबूत करना
- वच्चों को आत्म-निर्भर वनाना
- वच्चों से मजदूरी करवाने पर रोक लगाना
- शिक्षा प्राप्त करने के बाद वच्चों को अच्छा रोजगार मिलना।
बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए चयन प्रक्रिया
- कामकाजी बच्चों की पहचान श्रम विभाग के अधिकारियों की ओर से सर्वेक्षण/निरीक्षण में चिन्हित बच्चे, ग्राम पंचायतों, स्थानीय निकायों के अधिशासी अधिकारी, चाइल्ड लाइन अथवा विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा की जाएगी।
- जो परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, और उनके माता-पिता वच्चों को स्कूल भेजने के स्थान पर मजदूरी करवाते हैं, उन वच्चों का चयन योजना के तहत क्रमवद तरीके से किया जाएगा।
- माता या पिता अथवा दोनों किसी असाध्य रोग से ग्रसित हो, तब भी उनके बच्चों का चयन किया जाएगा। इसके लिए गंभीर असाध्य रोग के संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से जारी प्रमाणपत्र देना अनिवार्य होगा।
- भूमिहीन परिवारों व महिला प्रमुख परिवारों के चयन के लिए 2011 की जनगणना के अंतर्गत सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना की सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।
- प्रत्येक लाभार्थी के चयन की स्वीकृति के बाद उसे ई-ट्रैकिंग सिस्टम पर अपलोड किया जाएगा। उसके वाद ही लाभार्थी को योजना का लाभ मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना के लिए आवेदन कैसे करें
- अभी योजना की शुरुआत की गई है। जो लाभार्थी योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हे थोडा इंतजार करना होगा। जैसे ही ह्मे योजना के संवध मे आवेदन करने की जानकारी मिलेगी, तो ह्म आपको तुरंत सूचित कर देगें।
- लाभार्थी को योजना के संवध मे अधिक जानकारी श्रम विभाग की अधिकारिक वेब्साइट पर जाकर भी प्राप्त की जा सकती है।
आशा करता हूं आपको इस आर्टीकल के दवारा सारी जानकारी मिल गई होगी। आर्टीकल अच्छा लगे तो कोमेंट और लाइक जरुर करें।
Last Updated on August 31, 2022 by Abinash