ISHA संस्था दे रही फ्री मे रुद्राक्ष | रुद्राक्ष पाने के लिए कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

देश का हर नागरिक अपनी समस्याओं का सामधान पाना चाहता है और इन समस्याओं को दूर करने के लिए वह निरंतर प्रयास करता है| पर कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जैसे की नाकरतमक प्रभाव | अगर इस प्रभाव ने व्यकित फंस जाए तो उसका सुख दुख मे वदल जाता है| उसे हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है| जैसे कि वह बिमार रहने लगता अहै, व्यापार मे घाटा हो जाता है, बच्चे पढ़ाई की तरफ ध्यान नही देते|

अगर आप इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो हम आपके लिए ISHA संस्था दे रही फ्री मे रुद्राक्ष, जिसे फ्री मे प्राप्त किया जा सकता है और इस रुद्राक्ष को धारन करके सव प्रकार की समस्याओं से निजात पा लेंगे| उसके लिए आपको संस्था की वेवसाइट पे जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा| ये रजिस्ट्रेशन कैसे होगा, उसके लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा|

ISHA FOUNDATION FREE RUDRAKSHA

जग्गी सद्गुरु जी की संस्था Isha Foundation आम लोगों की समस्याओं का हल निकालने के लिए फ्री मे रुद्राक्ष उपलवध करवा रही है| जिसके लिए लोगों को रुद्राक्ष दीक्षा दी जाएगी। आपको वता दें कि Rudraksha Diksha को प्राप्त करके लोगों के जीवन मे वदलाव आते हैं और उन पर नाकरतमक प्रभाव भी खत्म होने लगते हैं और व्यकित खुशी-खुशी अपनी जिंदगी जीने लगता है। सद्गुरु की इच्छा से महाशिवरात्रि महापर्व पर योगी की कृपा सभी को रुद्राक्ष दीक्षा के रूप में उपलवध होगी| इसके लिए आपको Isha Foundation की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर फ्री मे रुद्राक्ष पाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा|

रुद्राक्ष का महत्व

रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इसका संबंध भगवान शिव से है। जो व्यकित रुद्राक्ष धारण करता है, उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और नाकारतमक शक्तियों से व्यकित वचा रहता है| जो व्यकित भगवान शिव की कृपा पाना चाहता है तो उसे रुद्राक्ष धारण करना जरुररी है| यही कारण है सद्गुरु ईशा फाउंडेशन आम लोगों के लिए फ्री मे रुद्राक्ष प्रदान कर रही है । 

सद्गुरू ईशा कौन हैं  

सद्गुरु का असली नाम सद्गुरु जग्गी वासुदेव है और बचपन में इनका नाम जगदीश था। सद्गुरु जी का जन्म मैसूर कर्नाटक में 3 सितंबर 1957 को हुआ था। आपकी जानकारी के मुतावीक सद्गुरु एक लेखक भी है, जो अब तक 100 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं| उनकी ख्याति व प्रसिदी दूर-दूर तक फैली है| जिस बजह से उन्हे भारत सरकार ने 2017 में पदम विभूषण पुरस्कार से सम्मानित भी किया था। 

ISHA

उनकी एक संस्था भी है जिसका नाम ईशा है| इस संस्था के जरिए भारत के अलावा विदेशों में भी योग विद्या प्रदान की जाती है। इस ईशा योग केंद्र में सद्गुरु जी ने 112 फुट की आदियोगी शिव की प्रतिमा डिजाइन की है। जिसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया था। हर वर्ष महाशिवरात्रि वाले दिन सद्गुरु के अनुयाई और शिव भक्त ईशा योग केंद्र-कोयंबटूर तमिलनाडू पहुंचते हैं जहाँ कई प्रकार के कार्यक्रमो का आयोजित होता है। उनमें से एक कार्यक्रम रुद्राक्ष दीक्षा का भी आयोजन किया गया है| जो कि लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र वन गया है|

फ्री रुद्राक्ष दीक्षा

सद्गुरु ईशा द्वारा अभिमंत्रित रुद्राक्ष दीक्षा निशुल्क है। जिसके लिए आवेदक को किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं देना होता है। फ्री दीक्षा को लाभार्थी ईशा फाउंडेशन की आधिकारिक वेवसाइट पर जाकर आनलाइन रजिस्ट्रेशन करके प्राप्त कर सकते हैं। व्हाट्सएप और एक मिस्ड कॉल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। जव रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, तो रुद्राक्ष दीक्षा फ्री में आपके घर तक पहुंचा दी जाएगी| इसके साथ ही विशेष सामग्री भी फ्री में लाभार्थी को दी जाती है|

रुद्राक्ष को धारण कैसे करें

  • रुद्राक्ष को कोई भी व्यकित धारण कर सकता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो बुरी शक्तियों या नाकात्मक प्रभव का शिकार हैं|
  • रुद्राक्ष को गले में पहनना चाहिए। 
  • स्नान के दौरान अगर आपको गर्म जल और साबुन का उपयोग करना है और रुद्राक्ष को निकाल कर स्वच्छ कपड़े या रुई में रख लेना है| 
  • रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे घी में 24 घंटे के लिए डुबोना है और फिर 24 घंटे के लिए इसे दूध में भिगो देना है|
  • फिर पानी से धोकर एक साफ कपड़े से साफ कर देना है। 
  • हर छह महीने में एक बार इस प्रक्रिया को अपनाकर रुद्राक्ष को शुद्ध करना चाहिए, जो बहुत जरूरी है|
  • रुद्राक्ष को तांबे की चेन के साथ भी धारण किया जा सकता है।  तांबे को शरीर के संपर्क में लाने से हमारी ऊर्जा प्रणाली को आओर अधिक मजबूती मिलती है |

Free मे रुद्राक्ष पाने के लिए कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

Rudraksha Diksha

  • अब आपको रुद्राक्ष दीक्षा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करना होगा। अब आप कितने पैकेज प्राप्त करना चाहते हैं उसका भी चयन करना होगा ।
  • अब आपके सामने अगला पे खुल जाएगा|

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  • इस पेज मे आपको संबंधित जानकारी दर्ज करनी है – जैसे कि आपका नाम, ईमेल, डिलीवरी का पता, पिन कोड, मकान नंबर, कॉलोनी, क्षेत्र का नाम आदि।

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  • फिर आपको मोबाइल नंबर दर्ज करने के लिए टर्म्स एंड कंडीशन पर क्लिक करना है और Confirm and Get OTP के विकल्प का चयन करना है|

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  • उसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे आपको दिए गए बॉक्स मे दर्ज करना है और कंफर्म ओटीपी के बटन पे किलक कर देना है|

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  • इस प्रक्रिया का पालन करके आपके दवारा सफलतापूर्वक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर दिया जाएगा| अब आप चाहे तो आपनी इच्छा अनुसार कुछ राशि दान कर सकते हैं या आप Skip के ऑप्शन पर किलक कर सकते हैं|

Helpline Number

  • 0444 7611911

आश करता हूँ आपको इस आर्टिकल के जरिए सारी जानकारी मिल गई होगी| आर्टीकल अच्छा लगे तो कॉमेट और लाइक जरूर करें|